पराली प्रबन्धन में नवाचार के लिए मुख्य सचिव ने डीएम बहराइच की थप-थपाई पीठ
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बहराइच। विगत मंगलवार को प्रदेश के मुख्य सचिव की वीडियो कांफ्रेंसिंग में जनपद बहराइच में पराली प्रबन्धन के लिए किये गये नवाचार पर जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र को पावर प्वाईन्ट प्रिज़ेन्टेशन का अवसर प्रदान किया गया। डीएम डॉ. चन्द्र ने बताया कि जनपद में पराली प्रबन्ध के कारण विगत वर्षो की अपेक्षा गत वर्ष में पराली/फसल अपशिष्ट जलाने की घटित घटनाओं में कमी आयी है। खेतों में निकली हुयी पुआल/पराली की 965.50 मै. टन से अधिक गौ-शालाओं को भेजा गया तथा किसानों द्वारा फसल अवशेष/पराली 251 मै. टन, रू. 150/200 प्रति कु. की दर से मै. विपुल इण्डस्ट्रीज रिसिया मोड़ रिसिया को इनर्जी पिलेट्स बनाने हेतु बिक्री किया गया। पशु पालन एवं कृषि विभाग तथा पंचायती राज विभाग द्वारा पराली प्रबन्धन हेतु जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों, प्रगतिशील किसानों को जागरूक किया गया। परिणाम स्वरूप ग्राम प्रधानों तथा प्रगतिशील किसानों द्वारा परालीफसल अवशेषों को न जलाकर उसे गौशालाओं में पशुओं के चारे वर्मी कम्पोस्ट तथा विपुल इन्डस्ट्री आसाम चौराहा रिसिया में बिक्री कर इससे लाभ अर्जित किया गया, जो कि अप्रत्याशित घटना थी। ग्रामीण क्षेत्रों में पराली प्रबन्धन में राजस्व विभाग के ग्रामीण एवं तहसील स्तरीय अधिकारियों द्वारा अपेक्षित सहयोग किया गया।
जिसके कारण पराली जलाने की घटनाओं में अत्यधिक कमी आई है। डीएम डॉ. चन्द्र ने बताया कि नवाचार को नेशनल स्कॉच एवार्ड के लिए 18 अप्रैल 2022 को नामिनेशन दर्ज कराया गया। डीएम ने बताया कि 21 अप्रैल 2022 को प्रजेन्टेशन प्रस्तुत करने के उपरान्त 23 से 25 अप्रैल को प्रथम वोटिंग एवं 30 मई से 03 जून तक दितीय वोटिंग होने पर जनपद को सेमी फाइनल में स्थान प्राप्त हुआ और फाइनल में स्कॉच एवार्ड की टीम के समक्ष मेरे द्वारा कार्यों से सम्बन्धित आनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया। प्रतिफल स्वरूप ''नेशनल सिल्वर स्कॉच एवार्ड'' से जनपद को सम्मानित किया गया जो जनपद बहराइच व उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात है। डीएम ने बताया कि ''नेशनल स्कॉच एवार्ड'' निजी क्षेत्र का प्रशासकीय नेतृत्व योजना क्रियान्वयन में नवाचार तथा उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया जाने वाला प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार है और भारत का सर्वाेच्च स्वतंत्र सम्मान माना जाता है। वर्चुअल मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश दुर्गा शंकर मिश्र ने गोवंशों के संवर्द्धन के लिए नैपियर घास तथा पराली प्रबन्धन के लिए किये गये नवाचार के लिए डीएम डॉ. चन्द्र के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इससे न केवल फसल अवशेष जलाने की घटनाओं में कमी आयेगी बल्कि पर्यावरणीय समस्याओं पर भी अंकुश लगेगा और भूमि की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होगी। मुख्य सचिव श्री मिश्र ने कहा कि डीएम बहराइच का प्रयास प्रदेश के अन्य जनपदों के लिए अनुकरणीय है।