चारबाग इलाके में एक बैंक के चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ने शादी का झांसा देकर छात्रा को जाल में फंसाया। फिर लखनऊ से कानपुर लेकर जाकर धर्म परिवर्तन कराया। विरोध पर बंधक बनाकर एक महीने तक शारीरिक शोषण किया। छात्रा के पिता ने नाका थाने में शिकायत की। इसके बाद कानपुर में दबिश देकर पुलिस ने छात्रा को मुक्त कराया, लेकिन आरोपी भाग निकला था। पुलिस ने शुक्रवार को लखनऊ से आरोपी जियाउद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।
एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक, आरोपित जियाउद्दीन सिद्दीकी मूलरूप से बांदा का रहने वाला है। वह इस समय कानपुर के बेकनगंज में हलीम कंपाउंड परेड पर किराए पर रह रहा था। नाका के अतिरिक्त निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि एक साल पहले जियाउद्दीन चारबाग स्थित एक बैंक में तैनात था।
बैंक में खाता खुलवाने के दौरान जियाउद्दीन ने छात्रा की मदद कर उसका नंबर ले लिया था। कुछ समय पहले उसका ट्रांसफर अकबरपुर हो गया था। वह वहां से भी छात्रा से संपर्क में रहा। छात्रा के पिता का आरोप है कि एक महीने पहले आरोपी लखनऊ आया और झांसा देकर होटल में ले जाकर बेटी से दुराचार किया। यही नहीं, शादी का झांसा देकर बेटी को कानपुर ले गया, जहां जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया। विरोध पर उसे बंधक बनाकर रखा और शोषण करता रहा। छात्रा के पिता ने नाका कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। सुराग मिलने पर पुलिस कानपुर पहुंची और छात्रा को बरामद कर लिया।
इस दौरान जियाउद्दीन भाग निकला था। शुक्रवार को आरोपी को चारबाग मेट्रो स्टेशन के पास से पकड़ लिया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जियाउद्दीन उससे हिंदी में लिखी नमाज पढ़ाता था। नमाज जल्द रटने के लिए दबाव भी बनाता था। विरोध पर पिटाई करता था। पुलिस ने कहा कि जियाउद्दीन के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।