बिल्वहरि घाट बन्धे में बुधवार की रात से पानी का रिसाव शुरू हो गया। जिसे बंद करने के लिए सिंचाई विभाग के लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ी। हालांकि रिसाव बंद किए जाने के बाद भी खतरा टला नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक बार रिसाव शुरू होने के बाद बांध अंदर से कमजोर हो जाता है।
बताया गया कि तटबंध दशरथ समाधि से 3 किलोमीटर की दूरी पर सलेमपुर के पास बुधवार की रात से पानी का रिसाव शुरु हुआ है। जिसे रोकने करने के लिए सिंचाई विभाग की टीम लगातार लगी रहीं। गिट्टी बोरियों में भरकर डाली गई। बता दें कि 1998 आई भीषण बाढ़ में इसी स्थान पर तटबंध टूट गया था।
जिस स्थान पर बंधा टूटा था उसके सामने रामपुर हलवारा गांव पड़ता था। उस दौरान रामपुर हलवारा समेत कई गांव जलमग्न हो गए थे। हालांकि तहसीलदार सदर राजकुमार पांडेय ने बताया कि पानी का रिसाव हो रहा था। पानी को बंद करने के लिए सिंचाई विभाग के लोग लगे थे। अब रिसाव बंद हो गया है। फिलहाल मौके पर सिंचाई विभाग के कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। बंधे को सुरक्षित रखा जा रहा है।