बवाल से पहले शहर में PFI से जुड़े संगठनों ने आठ दिन में की थीं 24 बैठकें
बवाल से पहले शहर में PFI से जुड़े संगठनों ने आठ दिन में की थीं 24 बैठकें
उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी में आज शाम हुए बस हादसे में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से 28 तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही थी. हादसे के बाद एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने दुख जाताया है. सीएम शिवराज अब उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए हैं. सीएम शिवराज के साथ स्थानीय मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह और चार वरिष्ठ अधिकारी भी जा रहे हैं. सीएम रात में देहरादून में रेस्क्यू और घायलों की व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग करेंगे. इसके बाद वह सुबह होते ही उत्तरकाशी जिले के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे.
सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट करके कहा है, "उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थ यात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें."
स्थानीय जिला प्रशासन के संपर्क में है मैं और मेरी टीम- शिवराज
एक अन्य ट्वीट में सीएम शिवराज सिंह ने कहा, "मैं और मेरी टीम उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है. घायलों के इलाज और मृतकों के शव को मध्य प्रदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है. दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं."
कैसे हुआ हादसा?
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के डामटा के पास मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से 28 तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक बस खाई में गिर गई. इस हादसे में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी हैं, वहीं 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है और राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई हैं.
रविवार को हयात और उसके साथियों से साजिश की तह तक पहुंचने के लिए पूछताछ की गई। आरोपितों व मुखबिर तंत्र से छानबीन में सुनियोजित साजिश के कई राज पुलिस के हाथ लगे हैं। यह बात भी सामने आई है कि बवाल कराने के लिए कानपुर में आठ बैठकें की गई थीं। इसमें 3 जून को बंदी व 5 जून को जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने के आह्वान के आड़ में महानगर को हिंसा की आग में झोंकने का ताना-बाना बुना गया था। जौहर फैंस एसोसिएशन के पदाधिकारी पीएफआई के संपर्क में कितने समय से थे, इस बिंदु पर भी छानबीन हो रही है। पुलिस को ऐसा वीडियो मिला है, जिसमें नई सड़क पर उपद्रवियों की भारी भीड़ बढ़ रही है। दूसरी ओर खड़ा एक बवाली सफेद रुमाल लहराकर भीड़ को बुलाता है और इसके लहराते ही भीड़ उत्तेजित होकर पथराव करने लगती है। हालांकि यह उपद्रवी पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
एक-एक पत्थरबाज का निकाल रहे फोटो
भीड़ में पथराव कर उपद्रवियों की पहचान को एक्सपर्ट टीम लगाई गई है। यह एक-एक पत्थरबाज की तस्वीर निकाल रही है। भीड़ का बकायदा कोलाज बनाया जा रहा है। कोशिश है कि एक-एक की पहचान हो जाए। सभी की धरपकड़ को फोटो के पोस्टर जगह-जगह चस्पे किए जाएंगे। सोशल साइट पर भी फोटो वायरल होगा। उपद्रव की फोटो से पहचान करने वाले व्यक्ति को इनाम भी दिया जाएगा। पुलिस 100 उपद्रवियों को पहचान कर फोटो तैयार कर चुकी है।
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया, जनजीवन सामान्य है। फुटेज और जनता से मिली जानकारी के आधार पर 100 से ज्यादा उपद्रवियों की फोटो तैयार है, जल्द ही सभी की पहचान कर ली जाएगी।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया, उपद्रवियों की तलाश को सार्वजनिक स्थान पर पोस्टर लगेंगे। सोशल मीडिया पर भी फोटो वायरल किया जाएगा। पहचान करने वाले को इनाम दिया जाएगा।