सत्संगियों का हमला: एक इशारा और पुलिस पर टूट पड़े सत्संगी, वायरल हुआ ये संदेश

Update: 2023-09-25 07:05 GMT
राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग के वरिष्ठ पदाधिकारी का एक इशारा और सत्संगियों की सेना पुलिस पर टूट पड़ी। गेट के पास ई-रिक्शा में बैठे पदाधिकारी का इशारा मिलते ही पुलिस पर पथराव कर दिया गया। रविवार शाम को पुलिस पर हुए पथराव के बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर जारी हुआ तो लोग चौंक उठे।
 आध्यात्मिक और धार्मिक संस्था के रूप में पंजीकृत की गई राधास्वामी सत्संग सभा के पदाधिकारी का यह वीडियो प्रशासन के पास भी पहुंच गया है। रविवार शाम को दयालबाग में टेनरी के पास जब पुलिस गेट हटाने के लिए पहुंची तो सत्संग सभा की महिला सदस्य सेना की तरह से वर्दी पहनकर आपस में लाठियां भांजती हुई दिखाई दीं।
पुलिस गेट के बाहर ही खड़ी रही। इस बीच बैटरी चालित ई-रिक्शा में सवार होकर गेट के पास मौजूद कंटेनर से बने आफिस पर वरिष्ठ पदाधिकारी पहुंचे तो उन्होंने महिला सदस्यों को आगे बढ़ने का इशारा किया। इसके साथ ही सत्संग सभा के पदाधिकारियों ने महिला सदस्यों से पथराव के लिए निर्देश देना शुरू कर दिया।
महिला सदस्यों ने इस इशारे के बाद ही पुलिस पर पथराव किया और लाठियों से गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला किया। शहर के सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुपों पर यह वीडियो देर रात तक वायरल होता रहा। जिसने भी यह वीडियो देखा, वह इन इशारों को देखकर हैरत में पड़ गया।
सुबह मैसेज हुआ वायरल, शाम को पुलिस पर पथराव
दयालबाग में छह गेट टूटने के बाद रविवार सुबह ही सत्संगियों के लिए व्हाटसएप पर भड़काऊ संदेश वायरल किए गए। सुबह मैसेज पहुंचा और शाम को जब पुलिस टेनरी गेट नंबर 8 हटाने पहुंची तो सत्संगियों ने विवाद होने पर पुलिस पर हमला कर दिया। पथराव में करीब 40 लोग घायल हो गए।
सोशल मीडिया पर भेजे गए संदेश में सुबह ही स्पष्ट था कि उनके दिलों में गुस्से का लावा है। दिलों में आग जल रही है, इसका प्रतिकार कहीं तो मिलेगा। उनके बीच घूम रहा यह संदेश शहर के अन्य लोगों के मोबाइल पर भी पहुंचा। पुलिस अधिकारियों व एलआईयू ने इस संदेश को देखने के बाद भी नजरअंदाज कर दिया।
संदेश में लिखा गया है कि एक दीवार और चंद गेट तोड़ने से सत्संग सभा टूटने वाली नहीं है। दयालबाग अपराजेय है। कोई प्रशासनिक कार्रवाई उसका क्या बिगाड़ सकती है। सत्संगियों के दिलों में आक्रोश है, उसका प्रतिकार कहीं तो निकलेगा। जो तोड़ने आए, उन्हें वक्त ने जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
वायरल संदेश में लिखा गया है कि सत्संगियों के दिलों में गुस्से का लावा भड़क रहा था। दिलों में आग जल रही है। कहीं तो निकलेगी। यह संदेश मोबाइल पर पहुंचने के बाद ही सत्संगी हाथों में हथियार लेकर एकत्र हुए और शाम को पुलिस पर पथराव कर दिया।
सत्संगियों का हमला, 12 पुलिस कर्मियों समेत 40 घायल
आपको बता दें कि आगरा में राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग के अवैध कब्जा कर बनाए गेट को रविवार की शाम तीसरी बार हटाने पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम पर सत्संगियों ने हमला बोल दिया। पुलिस को चारों ओर से घेरकर पथराव किया, जिसमें 12 पुलिसकर्मियों समेत 40 लोग घायल हो गए।
शनिवार को प्रशासन ने टेनरी पर गेट नंबर 8 और श्मशान घाट रोड पर बनी दीवार और गेट को ढहाया था, लेकिन दो बार ढहाने के बाद रात में सत्संगियों ने गेट पर तार लगा दिए थे। पथराव में नगर निगम का बुलडोजर, ट्रक और ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो गए।
इस मामले में भी प्रशासन और पुलिस की ओर से सत्संगियों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। वहीं शाम को सत्संग सभा को अपने दस्तावेज दिखाने के लिए सोमवार तक का समय दिया गया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा की ओर से सड़कों को घेरकर बनाए गए 6 गेट तोड़े थे। जिसमें 16 बीघा 9 बिस्वा जमीन खाली कराई गई थी।
सत्संग सभा ने रात में फिर गेट लगा दिए, कंटीले तारों की बाड़ लगा दी। रविवार सुबह सत्संगियों को गेट नंबर 8 टेनरी पर पहुंचने के लिए मैसेज जारी किए गए। पुलिस प्रशासन शाम को 4 बजे जब फिर से गेट तोड़ने के लिए पहुंचा तो हजारों सत्संगी पहुंच गए। कई के हाथों में धारदार कंटीले हथियार थे। बुलडोजर आगे बढ़ते ही सत्संगियों ने पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि महिलाओं और बच्चों को आगे रखकर सत्संगियों ने पुलिस और प्रशासन पर पत्थर बरसाए।
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