चंदवार निवासी आशा ने ओबरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम पर जबरन पैर छूने के लिए कहकर मानसिक रूप से उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। सीएचओ पर जाति सूचक शब्द से अपमानित करने व आशा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने की बात कही है। इस संबंध में पीड़ित ने मंसूरपुर चौकी में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। धर्म परिवर्तन के आरोपी की जांच के लिए पुलिस और एलआईयू विभाग की टीम जुट गई है।
कविता पत्नी जसवंत ओबरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा के पद पर तैनात है। 15 दिन पहले कविता ने मंसूरपर चौकी में तहरीर दी थी। केंद्र पर तैनात सीएचओ मोहम्मद उमर पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने का आरोप लगाया है। एएनएम तौफीक जहरा पर पैर छुने को कहकर परेशान करने का आरोप है। आरोप है कि ऐसा करने पर काम न करने की धमकी दी। हालांकि असमोली थाना प्रभारी विद्युत गोयल ने तहरीर देने की बात से इंकार किया है। जबकि मामला तूल पकड़ने के बाद एलआईयू की टीम जांच में जुट गई है।
आरोपी एएनएम तौफीक जहरा ने बताया की कविता के समय से न आने और काम न करने को लेकर आशा को नोटिस दिया था। जिस पर उन्होंने काम न करने की बात कही और लिखित दिया था, जो कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.तरन्नुम रजा को भेजा चुका है। वह कार्रवाई से बचने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar