आगरा पुलिस ने एक साल से फरार आरोपी युवक को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने अपना नाम बदलकर किशोरी को प्रेमजाल में फंसाया। इसके बाद उसका धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया था।
आगरा के थाना हरीपर्वत क्षेत्र की 15 वर्षीय किशोरी से एक साल पहले कासिम ने निक्की यादव बनकर दोस्ती की। अपनी बहनों का नाम बदलकर उसके घर भेजा। उनकी मदद से किशोरी को अपने घर बुलाकर धर्म परिवर्तन कर दिया। इसके बाद निकाह कर लिया। अपने दोस्तों की मदद से बाहर ले गया।
किशोरी के परिजन को पता चला तो मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मगर, कासिम फरार हो गया। उस पर पांच हजार का इनाम घोषित किया गया। वह बिहार में छिपा था। रविवार को पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले आई। उसे जेल भेज दिया गया है।
एसपी सिटी विकास कुमार के मुताबिक, आरोपी कासिम कुरैशी उर्फ निक्की यादव न्यू आगरा स्थित नसीराबाद कॉलोनी का रहने वाला है। एक साल पहले उसने किशोरी से दोस्ती की थी। मोबाइल पर चैट भी करता था। अपना नाम निक्की यादव बताया था। उसकी दो बहनें भी किशोरी से मिली थीं।
धर्म परिवर्तन कर किशोरी का नाम बदला
आरोप के मुताबिक, उन्होंने अपने नाम सोनम और सीमा यादव बताए थे। 15 जून 2022 को दोनों किशोरी को बहाने से अपने साथ बाजार ले गईं। परिजन ने बेटी की तलाश की। वह निक्की के घर पहुंचे। पता चला कि उसका असली नाम कासिम कुरैशी है। उसने बेटी से धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया। उसका नाम भी परिवर्तित कर दिया। दोस्तों के साथ घूमने चला गया है।
उसके घरवालों ने पुलिस से शिकायत नहीं करने पर बेटी को एक सप्ताह में घर भेजने की बात कही। मगर, दो सप्ताह तक वापस नहीं भेजा। इस पर परिजन आरोपी के घर गए। उन्होंने बताया कि किशोरी को कासिम, उसके दोस्त गुलफाम और शीबू जयपुर ले गए हैं। तब परिजन ने पुलिस से शिकायत की।
नाम बदलकर रह रहा था आरोपी
एसपी सिटी ने बताया कि थाना हरीपर्वत में दो जुलाई 2021 को मुकदमा दर्ज कराया गया। अपहरण, दुष्कर्म, धोखाधड़ी और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। साजिश में शामिल छह आरोपियों को जेल भेजा गया था। किशोरी को बरामद कर लिया था। कासिम फरार चल रहा था।
कासिम पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। वह बिहार के जिला गया स्थित फतेहपुर थना क्षेत्र के गांव करीयादपुर में रह रहा था। उसने अपना नाम बदल दिया था। मजदूरी कर रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।