लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सेना के मेजर ने हनी ट्रैप का शिकार होने का इल्जाम भी लगाया है। इल्जाम यह है कि एक महिला ने मेजर की खुफिया जानकारी सोशल मीडिया पर अधिकारियों को साझा की और बताया कि मेजर देशद्रोही है। इसके उपरांत मेजर ने केस दर्ज करवाया। पुलिस पूरे मामले की जानकारी सेना को देकर इस मामले की कार्रवाई भी कर रही है। पीड़ित मेजर तेलंगना के निवासी है। बतौर मेजर सेना में तैनात हैं। वह NEET PG परीक्षा की तैयारी कर रहे है। इल्जाम है कि दिसंबर महीने में ही सोशल मीडिया के माध्यम से महिला साक्षी उनके संपर्क में आ गई और उसने खुद को (तेलंगाना) की निवासी भी कहा है। इस दौरान फरियादी मेजर की महिला से बातचीत होने लग गई है। महिला ने खुद को राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE) के कुछ अधिकारियों के साथ संपर्क होने के बारे में कहा है और मेजर से यह भी कहा कि परीक्षा में उसकी सेटिंग करावा सकते है। लेकिन मेजर ने इन सब बातों से इंकार कर दिया और महिला मित्र से बात करना ही बंद कर दिया। लेकिन इसके बावजूद महिला ने फरियादी से दोबारा संपर्क साधा। अपनी दोस्ती को प्यार में बदलने के लिए कहा। हालांकि, मेजर ने पत्नी से तलाक की नौबत आ जाने के चलते सिर्फ दोस्ती तक ही रिश्ता सीमित रखने की बात भी बोली है।
दरअसल, मेजर ने वार्तालाप के बीच महिला से व्यक्तिगत और नौकरी से संबंधित बातें भी शेयर की थीं। इन्हीं बातों को लेकर आरोपी साक्षी कुछ समय बाद पैसों की डिमांड भी करने लग गए है। यही नहीं, जब पैसा देना मना किया तो उसने ब्लैकमेल करना भी शुरू कर चुके है। इस बीच मेजर ने महिला से हर तरीके का संपर्क तोड़ दिया। लेकिन उसे दूसरे नाम से फर्जी ईमेल ID बनाकर पीड़ित मेजर से जुड़े लोगों को मेल करने लग गई। यही नहीं, उस महिला ने सेना की आधिकारिक मेल आईडी पर मेल करके कहा कि मेजर देशद्रोही है और भारतीय सेना से जुड़ी कई जानकारियां मेजर ने सोशल मीडिया पर साझा की हैं। मेजर के ऊपर 86 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप भी लगा दिया है। इसके उपरांत पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत लखनऊ की कैंट थाने में की, लेकिन उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। अब कोर्ट के आदेश पर कैंट थाने में केस दर्ज भी करवा लिया गया है। SDCP सैयद अली अब्बास के अनुसार, पीड़ित आर्मी में मेजर हैं और तेलंगना राज्य के रहने वाले हैं। लखनऊ में तैनात थे। अभी तेलांगना में हैं। महिला मित्र ने उनकी गोपनीय जानकारी हासिल कर ली और ब्लैकमेल करने लगी। सेना के उच्च अधिकारियों को सूचित कर मामले की पूरी कार्रवाई की जा रही है।