उपचुनाव में पार्टी की संभावित प्रचंड जीत से भावुक हुए अखिलेश-शिवपाल
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इटावा। मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (SP) की संभावित प्रचंड जीत से भावुक पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए, वहीं इससे पहले शिवपाल सिंह यादव ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की समाधि पर पुष्पाजंलि अर्पित की। बाद में अखिलेश ने चाचा शिवपाल को सपा का झंडा भेंट कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के सपा में विलय का साफ संकेत दिया। पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण मैनपुरी में उपचुनाव हुआ। इस सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को बतौर प्रत्याशी उतारा गया था। पिछले मनमुटाव को भुला कर प्रचार के दौरान पूरा यादव परिवार एकजुट नजर आया था और सबने एक सुर में नेता जी (मुलायम सिंह यादव) के नाम पर वोट की अपील की थी। इस अपील का असर इस कदर हुआ कि सपा न सिर्फ अपने गढ़ को बचाने में सफल रही बल्कि गुरूवार को हो रही मतगणना में इस सीट पर रिकार्ड जीत की ओर अग्रसर हो रही है।
सपा की प्रचंड जीत से प्रफुल्लित और भावुक शिवपाल सिंह यादव सबसे पहले अपने पुत्र आदित्य यादव के साथ नेता जी की समाधि स्थल पहुंचे और मुलायम के चित्र के आगे हाथ जोड़ कर कुछ समय तक खड़े रहे। इस दौरान उनके चेहरे पर सुकून के भाव स्पष्ट नजर आ रहे थे। बाद में उन्होने ट्वीट किया कि यह जीत नेताजी के आशीर्वाद और आदर्श की है।अखिलेश-शिवपाल ने मुलायम की समाधि पर टेका माथा शिवपाल के समाधि स्थल से रवाना होने के कुछ समय बाद पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम की समाधि पर आए और आंख मूंद कर उनके चित्र के आगे खड़े हो गए। इस दौरान उन्होने वहां खड़े जनसमूह का हाथ हिला कर अभिवादन किया मगर मीडिया से बात करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। बाद में वह सैफई स्थित एसएन मेमोरियल स्कूल पहुंचे जहां उनके चाचा एवं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल मौजूद थे। अखिलेश ने चाचा के पांव छूकर आशीर्वाद लिया और उन्हे सपा का झंडा भेंट किया जिसे शिवपाल की कार में लगे प्रसपा के झंडे को उतार कर लगा दिया गया। इस तरह प्रसपा की सपा में विलय के संकेत दे दिए गए है हालांकि इस संबंध में कोई औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है। इस दौरान वहां खडे सपा समर्थक नारा लगा रहे थे जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम है। मुलायम सिंह अमर रहें।