उत्तर प्रदेश के कानपुर में पनकी के इंडस्ट्रियल एरिया में अंग्रेजी शराब ठेके के सेल्समैन ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद आरोपी ने पत्नी के शव को बोरे में भर कर ठेके के गोदाम में रख दिया था। इधर महिला का मायके से संपर्क न हो पाने के कारण उसका भाई भी कानपुर आ गय़ा था। हालांकि फोरेंसिक टीम संग घटनास्थल पर पहुंचे एसीपी कल्याणपुर ने जांच पड़ताल कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी के भाई ने पुलिस को मामले की जानकारी दी थी कि उसके भाई पवन ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है। पुलिस आरोपी से मामले की पूछताछ कर रही थी।
पत्नी की गला दबाकर हत्या
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मूलरूप से उन्नाव के शुक्लागंज निवासी पवन कठेरिया ने करीब 20 साल पहले शिबा से प्रेम विवाह किया था। शिबा गैर समुदाय से थी। शादी के बाद वह अपनी पत्नी के साथ पनकी के कांशीराम कॉलोनी में रहता था। दंपति के दो बेटियां थी। थाना प्रभारी अंजन कुमार के अनुसार, बीते 7 सितंबर को पवन के बुलाने पर शिबा ठेके पर गई हुई थी, जहां पर दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर शिबा ने पवन को थप्पड़ मार दिया। पत्नी की इस हरकत से गुस्साए पवन ने उसे धक्का दे दिया तो वह जीने से नीचे गोदाम में गिर गई। गिरने के कारण उसके सिर में चोट आई थी। गुस्साए पवन ने दुपट्टे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
भाई को बच्चा गोद देने पर होता था विवाद
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके भाई के बच्चे नहीं थे। इसलिए उसने पांच साल पहले छोटी बेटी को भाई को गोद दे दिया था और बड़ी बेटी तान्या उसके साथ रहती थी। छोटी बेटी भाई को देने पर शिबा उसे वापस लाने का दबाव बना रही थी। आरोपी ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से वह अधिक ही दबाव बना रही थी। इस मामले को लेकर वह आए दिन पवन से झगड़ा किया करती थी। बीते दिन शिबा पवन को लेकर गंगाघाट थाने ले गई थी। जहां पर उसने थाने के बाहर पति से जमकर विवाद किया था। इसके बाद वह घर वापस लौट आया था। वहीं बीते बुधवार को बेटी के स्कूल में टिफिन देने के बाद वह उससे गंगाघाट थाने चलने का दबाव बना रही थी। पवन उसे मना कर के ठेके पर चला गया।
आरोपी के भाई ने पुलिस को दी जानकारी
इसके बाद शिबा ठेके पर पहुंच कर उससे झगड़ा करने लगी और झगड़े में उसने पति को थप्पड़ मार दिया। इसी बात से नाराज पवन ने उसकी जान ले ली। हत्या करने के बाद शव को बोरे में भरकर गोदाम में रख दिया। इसके बाद आरोपी ने अपने भाई दीपक को फोन कर कहा कि रोज-रोज के झगड़े को आज जड़ से खतम कर दिया है। इसके बाद उसने अपने भाई को आपबीती सुनाई और कहा कि चार-पांच लोगों को साथ में लेकर आना, शव को ठिकाने लगाना है। पवन से यह घटना सुनकर उसके भाई दीपक ने पूरे परिवार को फंसता देख दुकान के मैनेजर अंकुर सिंह और पुलिस को फोन कर पूरा मामला बताया। अगले दिन जब आरोपी गोदाम पर पहुंचा तो भाई को पुलिस के साथ देखकर उसने भागने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
न्यूज़ क्रेडिट: asianetnews