उपचार के दौरान अधिवक्ता की पत्नी की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

Update: 2022-12-09 18:15 GMT

चन्दौसी। नगर की आवास विकास कालोनी में संचालित क्लीनिक में उपचार के दौरान शुक्रवार सुबह अधिवक्ता की पत्नी की मौत हो गई। परिजनों ने घर में अस्पताल चला रही नर्स पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर हंगामा किया। काफी संख्या में अधिवक्ता, सीओ और कोतवाल मौके पर पहुंच गये। चिकित्सा विभाग की टीम ने अवैध रुप से संचालित क्लीनिक को सील कर दिया। पुलिस ने मृतका के पति की तहरीर पर नर्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

थाना कुढ़फतेहगढ़ के गांव बलकरन पुर निवासी संतोष कुमार तहसील में अधिवक्ता हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी अनीता तीन माह की गर्भवती थी। पेट दर्द की शिकायत होने पर वह सात दिसंबर को पत्नी का इलाज कराने के लिए संयुक्त चिकित्सालय ले गए। इस बीच इसी अस्पताल से सेवानिवृत्त स्टाफ नर्स ओमवती पत्नी मिल गई।
जिसने अनीता का इलाज अपने घर पर करने को कहा। अधिवक्ता पत्नी को उसके घर लेकर पहुंचे। नर्स ओमवती ने अनीता को इलाज के लिए भर्ती कर लिया और उनसे इलाज के लिए 15,000 रुपये मांगे। इस पर अधिवक्ता ने 4,500 रुपये जमा कर दिए। इसके बाद नर्स ने अनीता का गर्भपात कर घर भेज दिया। गुरुवार को पत्नी की तबीयत खराब होने पर संतोष ने फिर से नर्स के यहां भर्ती करा दिया।
जहां उपचार के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे अनीता की मौत हो गई। अधिवक्ता ने नर्स पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। जबकि नर्स का कहना है कि अनीता की मौत क्लीनिक पर लाने से पहले ही हो चुकी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर ओमवती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। महिला की मौत के बाद डिप्टी सीएमओ डॉ. विश्वास अग्रवाल ने क्लीनिक सील कर दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से नर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नर्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पंचनामा भर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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