उत्तरप्रदेश | अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किये सातों आरोपियों को गुरूवार दोपहर जेल भेज दिया. जबकि अन्य आरोपी अभी फरार है. उनको पकडने में टीमें लगी है.
बता दें कि अधिवक्ता मोहम्मद मुगीज 44 पुत्र अब्दुल वहीद धौर्रामाफी स्थित समरीन अपार्टमेंट में परिवार संग रहता था. दो साल पहले तक वह प्रोपर्टी डिलिंग का काम करता था. उसके बाद कोर्ट में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वकालत कर रहा था. परिवार में बेटियां है. दोनों नगला पटवारी स्थित इस्लामिक मिशन स्कूल में अध्ययनरत है. सुबह वह दोनों बेटियों की फीस जमा कर वापस घर लौट रहा था. बताया जा रहा है कि वह एएमयू मेडिकल कॉलेज के बाहर हादी हसन हॉल के निकट पहुंचा ही था कि दो बाइकों पर आए बदमाशों ने मुगीज को रोक लिया. पहले एक मिनट तक कुछ बातचीत की, देखते ही देखते उसके सिर में गोली मार दी. गोली लगते ही मुगीज जमीन पर गिर पडा. आरोपी मौके से भाग खड़े हुए. स्थानीय लोग आनन फानन में जमीन पर लहुलुहान हालत में पडे मोहम्मद मुगीज को मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे तो वहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया था. मामले में पुलिस ने चंद घंटे बाद ही खुलासा करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनमें अधिवक्ता के मुंशी के भाई व अन्य लोग शामिल रहे. पुलिस ने प्रकरण में सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. शेष फरार है. जिनको गिरफ्तार किया था, उनको जेल भेज दिया गया है. शेष की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही है.
जेल जाने वालों में जान मोहम्मद पुत्र नसरुद्दीन निवासी भगवानगढ़ी थाना क्वार्सी, रहमान पुत्र जमात खां निवासी मंजूरगढी अलबरकात स्कूल के पीछे थाना क्वार्सी, संजय पुत्र नत्थी निवासी भगवानगढी थाना क्वार्सी, योगेंद्र पुत्र देवीराम निवासी भगवानगढी थाना क्वार्सी, प्रेमवीर पुत्र दुर्गपाल निवासी सरमस्तपुर थाना हरदुआगंज, चन्दन निवासी अलीगढ़, गीतम निवासी अलीगढ आदि शामिल है.