हरदोई। बार एसोसिएशन के चुनाव से पहले अधिवक्ता की संदिग्ध हालत में हुई मौत पर तमाम तरह के सवाल उठ रहें हैं। कहीं पार्टी में जाने की तैयारी करने घर से बाहर निकले अधिवक्ता की कहां और कैसे हालत बिगड़ी और उन्हें किन लोगों ने हास्पिटल पहुंचाया ? इसी तरह के सवाल लोगों के ज़ेहन में कौंध रहें हैं।बताया गया है कि शहर के साण्डी रोड कोतवाली शहर के बगल में रहने वाले अधिवक्ता 32 वर्षीय रोहित द्विवेदी बुधवार की शाम को किसी पार्टी में जाने के लिए घर से शेविंग कराने की बात कह कर बाहर निकले हुए थे। इसके काफी देर बाद वे वापस नहीं लौटे। इसी बीच खबर मिली कि रोहित शहर के एक निजी हास्पिटल में भर्ती हैं। वहां पहुंचें उनके घर वाले उन्हें मेडिकल कालेज ले आए, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
इस बारे में कहा जा रहा है कि गुरुवार को बार एसोसिएशन की वोटिंग होनी थी,शायद कहीं पार्टी थी,उसी पार्टी में शामिल होने के लिए रोहित तैयारी कर रहे थे। पता चला है कि अधिवक्ता अपने कुछ साथियों के साथ बालाजी भी गए थे। लेकिन उनकी तबियत कहां बिगड़ी और उन्हें किन लोगों ने हास्पिटल पहुंचाया ? इस तरह के सवालों का जवाब ढूंढने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। उधर शव का पोस्टमार्टम कराया गया । जहां कॉज ऑफ़ डेथ का पता नहीं चल सका,उसका पता लगाने के लिए बिसरा priserve किया गया है। अधिवक्ता रोहित द्विवेदी के बड़े भाई नवनीत द्विवेदी पत्रकार हैं। इसका पता होते ही तमाम पत्रकार और पत्रकार संगठनों से जुड़े लोग उनके घर पहुंचे। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अधिवक्ताओं के अलावा सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में रोहित द्विवेदी का अंतिम संस्कार किया गया। अधिवक्ता रोहित द्विवेदी की मौत की खबर से बार एसोसिएशन के चुनाव पर खासा असर पड़ा। वहां चुनाव में होने वाली किसी तरह की कोई हलचल और चकल्लस जैसी कोई बात नहीं दिखाई दी। वहां मौत का मातम पसरा हुआ था।