उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' योजना को लेकर शुरू हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर खुफिया एजेंसियों के हाथ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं. इसके तहत कुछ राजनैतिक दल और संगठन युवाओं को भड़काने में लगे हैं. सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक, साजिश के तहत इस योजना की आड़ में यूपी की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की साजिश हो रही है. यूपी के एडीजी कानून व व्यवस्था प्रशांत कुमार ने न्यूज़ 18 से कहा कि खुफिया एजेंसियों के हाथ कुछ सुराग लगे हैं. उनकी जांच की जा रही है. जांच के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
इसके साथ प्रशांत कुमार ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कुछ युवाओं के द्वारा आक्रोश दिखाया गया है. यूपी में 17 जगहों पर विरोध प्रदर्शन की सूचना है. बलिया और अलीगढ़ में आगजनी की घटनाएं हुईं हैं. अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवकों द्वारा अलीगढ़ की जट्टारी पुलिस चौकी में आग लगाने का मामला सामने आया है. इसके अलावा कुछ जगहों पर छिटपुट घटनाएं हुईं हैं, जिसे पुलिस द्वारा नियंत्रित कर दिया गया है. जबकि मथुरा में कुछ जगहों पर धरना प्रदर्शन चल रहा है. सभी छात्रों को भर्ती प्रक्रिया के बारे में समझाया जा रहा है. हमें यह भी सूचना मिली है कि कुछ संगठनों के द्वारा इन्हें बढ़ावा दिया जा रहा है.
कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया का नाम आया सामने
दरअसल खुफिया एजेंसियों को कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम से एक व्हाट्सएप चैट हाथ लगा है जिसमें 17 जनवरी को अग्निपथ योजना के खिलाफ सड़कों पर उतरने और माहौल को बिगाड़ने की अपील की गई है. अब खुफिया एजेंसी इस चैट के माध्यम से अपनी जांच को आगे बढ़ा रही हैं. यूपी के एडीजी कानून व व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि खुफिया एजेंसी को अग्निपथ विरोध को लेकर अहम सुराग लगे हैं, जिसमे कुछ संगठनों के नाम सामने आए हैं. अब इसी आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी. कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया भारत में एक नया छात्र संगठन है, जिसे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का स्टूडेंट विंग माना जाता है.