उत्तरप्रदेश | अडाणी ग्रुप कानपुर में 13 तरह की रायफल और पिस्टल बनाएगा. यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के कानपुर स्थित प्लॉट नंबर एस-3 को इसके लिए निर्माण स्थल के रूप में चुना गया है. यहां 20 एमएम कैलिबर से 155 एमएम कैलिबर तक की गन एवं कारतूस की रेंज तैयार होगी. इसमें अडाणी ग्रुप की कंपनी कैरोबैलिस्टा सिस्टम लिमिटेड को इजराइल की कंपनी एल्बिट सिस्टम सहयोग देगी. दोनों कंपनियों के बीच इसका समझौता हो चुका है.
कैरोबैलिस्टा ने सभी 13 प्रकार की गन और आर्टिलरी रेंज के लिए डिफेंस से लाइसेंस भी हासिल करके उद्योग विभाग को सौंप दिया है. अडाणी ग्रुप ने यह भी दर्शाया है कि कौन-कौन से कैलिबर की बंदूक प्रणालियां और ऑर्टिलरी यहां विकसित की जाएंगी. इस पर फिलहाल 300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. हर साल 300 बंदूक प्रणालियों का उत्पादन यहां से किया जाएगा. इसमें तीनों सेनाओं की जरूरत के हिसाब से भी आर्टिलरी विकसित की जाएगी. इसमें अधिकांश बंदूकें जमीन पर रखकर दुश्मनों पर वार के लिए हैं.
अगले साल से शुरू होगा उत्पादन कैरोबैलिस्टा के निदेशक अशोक वाधवान ने उद्योग विभाग को जो रिपोर्ट भेजी है उसके मुताबिक वर्ष 2024 में गन सिस्टम का उत्पादन शुरू होगा. फैक्टरी निर्माण प्रक्रिया जारी है.