उत्तरप्रदेश | गोकशी पर अंकुश लगाने के लिए एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने कार्ययोजना तैयार की है. पुलिस की सख्ती के बावजूद गैंग सक्रिय हैं. आए दिन घटनाएं हो रही हैं. इन घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए पुरानी घटनाओं की गूगल मैपिंग कराई है. ताकि पुलिस को यह पता रहे कि गैंग किन क्षेत्रों में ज्यादा घटनाएं कर रहे हैं. किस जिले में कौन सक्रिय है.
एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि जोन में सात जिले हैं. सभी के पुलिस कप्तानों को कार्ययोजना लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. गोकशों पर अब हाईटेक तरीके से शिकंजा कसा जाएगा. गोकशी की घटना के लिए जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई है. एडीजी ने बताया कि समय-समय पर उनके द्वारा समीक्षा की जाएगी.
यहां गैंग हैं सक्रिय
● दिल्ली, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, हापुड़ ● आगरा, फिरोजाबाद, औरैया, हैदराबाद ● राजस्थान ● ट्रांसपोर्टेशन गैंग
हर जिले में ऐसे काम करेगी पुलिस
● सीओ के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई जाएगी. प्रतिदिन की रिपोर्ट सीओ अपने एसपी को देंगे.
● पिछले 10 साल में गोकशी में जेल गए आरोपित ऑपरेशन पहचान एप में फीड किए जाएंगे. उनकी निगरानी की जाएगी. उनके घर बीट सिपाही दस्तक दिया करेंगे.
● गोकशों के आसपास पुलिस तैनात रहेगी. सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे. रात्रि में गश्त होगा.
● गोकशों के भागने के रास्ते चिह्नित करके वहां पिकेट लगाई जाएगी.
● जिले में प्रवेश और बाहर जाने वाले रास्तों पर बैरियर लगाए जाएंगे.
● कट्टीखानों और उसके आसपास के क्षेत्र में नजर रखने के लिए टीम लगाई जाएगी.
● समन्वय के लिए बैठक होगी.