अयोध्या। नगर के 22 चौराहों पर आरएलवीडी व एटीसीएस लगाया जाना प्रस्तावित है। वर्तमान में 20 चौराहों पर इसकी व्यवस्था की गयी है। इसी के साथ यातायात व्यवस्था में सुधार को लेकर आम जनमानस को जागरूक किया जाएगा। यातायात नियमों के उल्लंघन पर वाहन चालकों के विरुद्ध चेतावनी पत्र भेजा जाएगा।
नगर विकास विभाग की परियोजनाओं का मौका मुआयना करने अयोध्या पहुंचीं सूडा की निदेशक यशु रुस्तगी द्वारा नगर निगम अधिकारियों के साथ आईटीएसएस परियोजना के लिए स्थापित नियंत्रण कक्ष को देखा। उन्होंने परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने चौराहों पर यातायात उल्लंघन की स्थितियां देख असंतोष जताया। इसे लेकर उन्होंने पुलिस विभाग को तत्काल सूचित करते हुए उल्लंघनकर्ता वाहन चालकों के विरूद्ध चेतावनी पत्र भी प्रेषित करने के निर्देश दिये।
इसके अलावा आमजन को जागरूक किये जाने के लिए साइनेज लगाये जाने के साथ एनआईसी से डाटा इन्ट्रीगेशन तत्काल कराये जाने के निर्देश दिए। निदेशक ने स्वच्छता जागरूकता अभियान का जायजा लिया गया। कूड़े में पॉलीथीन न उपयोग करने के सम्बन्ध में बताया। अमृत योजना के तहत जीर्णोद्धार किये गये पार्क का निरीक्षण किया।
उन्होंने कूड़े की छंटाई के कार्य को युद्ध स्तर पर कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने रामघाट में स्थापित 12 एमएलडी एसटीपी में अतिरिक्त 6 एमएलडी एसटीपी क्षमता का विस्तार किये जाने के कार्यो का निरीक्षण किया गया। को-ट्रीटमेन्ट प्लान्ट के सम्बन्ध में जानकारी ली। खाद निर्माण की व्यवस्था देखी। एसटीपी स्थित प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। शोधित जल की गुणवत्ता व रिपोर्ट की जानकारी ली। बन्धा तिराहे के निकट निमार्णाधीन फूड कोर्ट का निरीक्षण।
मांझा बरेहटा स्थित बैकुण्ठ धाम (शवदाह गृह) के निर्माण कार्य का जायजा लिया। नगर निगम अयोध्या में पेयजल आपूर्ति हेतु संचालित स्काडा का निरीक्षण किया गया। इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि पेयजल की गुणवत्ता मानकों की जांच समय समय पर नियमित करायी जाय, जिससे जनमानस को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो।
निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार गुप्त, सहायक नगर आयुक्त अंकिता शुक्ला, महाप्रबन्धक (जल) महेश चन्द्र आजाद, मुख्य अभियन्ता कमलजीत सिंह, अधिशाषी अभियन्ता अनूप सिंह, परियोजना प्रबन्धक जल निगम आनन्द दूबे, अवर अभियन्ता भानु प्रताप सिंह, अधिशाषी अभियन्ता मोद नारायण झा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।