मेरठ। मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य तेजी से चल रहा है। चार चरणों में निर्माण कार्य चल रहा है। 85 प्रतिशत मिट्टी समतल करने का कार्य पूरा हो चुका है। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला गंगा एक्सप्रेसवे 593 किमी लंबा होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की प्राथमिकता वाले एक्सप्रेसवे को कुंभ से पहले शुरू करने की तैयारी है। पहले चरण में आरआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी और अड़ानी ग्रुप कार्य कर रहा है। पहले चरण में जहां एक्सप्रेसवे में आड़े आ रहे भवन आदि को हटाया जा रहा है।
वहीं भूमि का समतल करने का काम चल रहा है। बिजौली में मिट्टी की जांच का कार्य और फ्लाईओवर के लिए पिलर तैयार किए जा रहे हैं। गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश शासन की ओर से मिले हैं। गंगा एक्सप्रेसवे पर किए जा रहे कार्य की प्रगति रिपोर्ट सार्वजनिक की गई है। इसमें 27 दिसंबर तक पहले चरण का कार्य लगभग 85 प्रतिशत दर्शाया गया है। आईआरबी द्वारा किए जा रहे कार्य की गति अन्य के मुकाबले काफी धीमी है। कुल मिलाकर माना जा रहा है कि इसी प्रकार काम होता रहा तो अगले साल 2023 में गंगा एक्सप्रेसवे पर काफी कार्य पूरा हो जाएगा।