हिंसक प्रदर्शन मामले में अब तक 475 गिरफ्तार, बंद का यूपी में कोई असर नहीं

हिंसक प्रदर्शन मामले में अब तक 475 गिरफ्तार, बंद का यूपी में कोई असर नहीं

Update: 2022-06-20 11:53 GMT

सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में कुछ संगठनों के भारत बंद के आवाहन का उत्तर प्रदेश में कोई असर नहीं दिखा है। हालांकि कुछ जगहों पर युवाओं का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला लेकिन वो भी पुलिस को देखकर भाग खड़े हुए। यूपी में अग्निपथ के विरोध में हुई हिंसक घटनाओं के मामले में अब तक कुल 475 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि कुल 39 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

सोमवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि हमने भारत बंद को देखते हुए जरूरी इंतजाम किए हैं। पीएसई की 141 कंपनियां और सीएपीएफ की 10 कंपनियां तैनात प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है और किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। उत्तर प्रदेश में बंद का कोई असर नहीं देखा गया है। एडीजी ने आगे कहा कि बीते दिनों अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं के मामले में अब तक 39 केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, 475 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 330 को गंभीर धाराओं के तहत गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा कि युवाओं को भड़काने की कोशिश करने वाले कोचिंग संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

रेल यात्री हुए परेशान

सेना में भर्ती के लिए सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर जगह-जगह प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रेनों में आग लगाने की घटना ने कई ट्रेनों के पहिए जरूर थाम दिए हैं। परिचालन कारणों से उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मंडल से प्रारंभ होने वाली एवं गुजरने वाली 30 रेलगाड़ियों का निरस्तीकरण किया गया है। लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनों को रद कर दिया है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को रेलवे स्टेशन पर तमाम लोग रेलगाड़ियों के आने का इंतजार करते नजर आए। इनमें अधिकांश भट्ठा मजदूर हैं, मजदूरों का मानना है कि बिहार की ओर जाने वाली कोई भी ट्रेन मुरादाबाद से गुजरेगी तो हम उसमें सवार हो जाएंगे।

मंडल रेल प्रशासन सूत्रों ने बताया कि आनंद विहार-दानापुर जनसाधारण, मुजफ्फरपुर सप्तक्रांति,रक्सौल सद्भावाना, रक्सौल सत्याग्रह, मालदा टाउन, श्रमजीवी, न्यू जलपाईगुड़ी, गरीबरथ, अमृतसर-जयनगर स्पेशल, शहीद, गंगा सतलुज, अर्चना एक्सप्रेस आदि ट्रेनें निरस्त होने से लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।

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