48 घंटों में हुई 104 मिमी बारिश, तापमान 31.2 से लुढ़ककर 22 डिग्री पर पहुंचा
मुजफ्फरनगर। जनपद में मूसलाधार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। पिछले 48 घंटे के भीतर जनपद में 104 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश के चलते तापमान भी 2 दिन में 31.2 डिग्री से लुढ़ककर 22 डिग्री पर पहुंच गया। खेत खलियान और गांव देहात में पानी भरने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी है।
मुजफ्फरनगर में बारिश के चलते वातावरण का तापमान 31.2 डिग्री से लुढ़ककर 22 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। बुधवार सुबह का तापमान 19. डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। रात में हुई बारिश के चलते सुबह के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बारिश ने किसानों की मुश्किलों में बढ़ोतरी कर दी। विभिन्न गांव में गेहूं की फसल कटने के बावजूद खेतों में पानी भरने से भीग गई। किसान अब धूप निकलने का इंतजार कर रहा है, ताकि भीगे हुए गेहूं को सुखा सकें और उन्हें मशीन में निकाल सकें। लगातार हुई मूसलाधार बारिश से गांव देहात के रास्ते भी जलभराव के चलते बंद हो गए हैं। गांव में निकासी न होने के कारण जलभराव हो रहा है। चरथावल विकास खंड क्षेत्र के गांव रोनी हरजीपुर में रिहायशी इलाकों में पानी भरा है। लोगों को इधर से उधर जाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
नुकसान का आकलन कर मिलेगी सहायता: ग्रामीण क्षेत्रों में किसान भी परेशान है। खेतों में पानी भरने से दिक्कत हो रही है। भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा का कहना है कि इस बार बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह किसानों के हुए नुकसान का आकलन करा कर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कराएं।
उन्होंने बताया कि गांव के एकमात्र प्राथमिक विद्यालय में भी पानी भर गया है बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण जलभराव से बीमारी फैलने का भी अंदेशा है। विकास शर्मा ने कहा कि बारिश के बाद जलभराव कई संक्रामक रोगों का कारण बनता है।