त्रिपुरा में पर्यटन बिजनेस का जबरदस्त रूप से विकास होने वाला

त्रिपुरा में पर्यटन बिजनेस

Update: 2023-05-06 11:27 GMT
अगरतला। त्रिपुरा में पर्यटन बिजनेस का जबरदस्त रूप से विकास होने वाला है। इसके लिए राज्य के पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि त्रिपुरा सरकार पूर्वाेत्तर राज्य को विश्व स्तरीय यात्रा गंतव्य बनाने के लिए पर्यटन बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। राज्य सरकार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तीन जिलों में चार स्थानों पर रोपवे स्थापित करने के अलावा पर्यटकों के लिए धलाई जिले में सुरम्य डुम्बुर झील में पांच हाउसबोट उपलब्ध कराने की योजना बना रही है।
उन्होंने कहा कि हम पूर्वाेत्तर राज्य को अगले कुछ वर्षों में विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए पर्यटन बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 1000 करोड़ रुपये का निवेश करने की उम्मीद कर रहे हैं। जिस तरह से केंद्र राज्य की मदद कर रहा है, हमें उम्मीद है कि यहां पर्यटन के विकास के लिए धन बाधा नहीं बनेगा।
चौधरी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्वदेश दर्शन कार्यक्रम के पहले चरण के तहत केंद्र ने राज्य को 82.84 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और इसमें से 73.74 करोड़ रुपये पहले ही बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए उपयोग किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को स्वदेश दर्शन चरण प्प् के तहत उपलब्ध होने वाले 50.38 करोड़ रुपये में से 16.57 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
मंत्री ने कहा कि जहां पहले चरण में 97 प्रतिशत फंड का उपयोग किया गया है, वहीं दूसरे चरण का फंड उपयोग 48.08 प्रतिशत है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान पूर्वाेत्तर राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बहुत काम किया गया है। चौधरी ने कहा कि केंद्र ने गोमती जिले में देश के शक्तिपीठों में से एक त्रिपुरेश्वरी मंदिर के विकास के लिए 37.80 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले त्रिपुरेश्वरी मंदिर में मरम्मत कार्य पूरा करने के लिए कदम उठाए गए हैं। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जीर्णाेद्धार किए गए मंदिर का उद्घाटन करें। चौधरी ने कहा कि एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से राज्य में पर्यटन बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 180 करोड़ रुपये की एक परियोजना को मंजूरी देने की उम्मीद है। पर्यटन क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी अगरतला से 120 किलोमीटर दूर डंबूर झील में पांच हाउसबोट होंगी, प्रत्येक की लागत पांच करोड़ रुपये होगी।
इसके अलावा, सरकार गोमती जिले में दो और धलाई और उत्तरी त्रिपुरा जिलों में चार स्थानों पर रोपवे स्थापित करना चाहती है। इनमें से एक त्रिपुरेश्वरी मंदिर के पास होगा। मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र से राजस्व बढ़ाने के लिए विभाग विभिन्न क्षेत्रों चाय पर्यटन, पर्यावरण पर्यटन और साहसिक पर्यटन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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