हैदराबाद (आईएएनएस)| तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) का प्रश्नपत्र लीक मामला पहले जितना सोचा जा रहा था उससे कहीं ज्यादा पेंचीदा होता जा रहा है। राज्य पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने पाया कि इसके तार काफी दूर तक जुड़े हुए हैं। एसआईटी ने छह और लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में अब तक कुल 27 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
टीम ने सहायक कार्यकारी अभियंता (एईई) और सहायक अभियंता (एई) परीक्षा में शामिल होने वाले दो दलालों और चार उम्मीदवारों को पकड़ा।
उम्मीदवारों ने कथित तौर पर दो बिचौलियों के माध्यम से मुख्य आरोपी प्रवीण कुमार से 10-10 लाख रुपये में एईई और एई परीक्षा के पश्नपत्र खरीदे थे।
उन्होंने एक लाख रुपये से 1.5 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान किया था और परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद शेष राशि का भुगतान करने का वादा किया था।
एसआईटी ने नागरकुर्नूल के आदि साईबाब और मुदावत शिवकुमार, नागार्जुन सागर के रामावत महेश और खम्मम जिले के पोन्नम वरुण को गिरफ्तार किया है।
प्रश्नपत्र खरीदने वाले तीन अन्य अभ्यर्थियों की तलाश की जा रही है।
हैदराबाद के मुरलीधर रेड्डी और वारंगल के मनोज कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है जो प्रवीण कुमार की तरफ से एई और एईई के प्रश्न पत्र बेच रहे थे।
एसआईटी द्वारा प्रवीण के सोशल मीडिया खातों की छानबीन के बाद ताजा गिरफ्तारियां की गईं। जांचकतार्ओं को उसके सोशल मीडिया खातों के अध्ययन के बाद एईई प्रश्न पत्र के लीक होने का पता चला।
टीएसपीएससी अधिकारियों द्वारा पेपर लीक के संदेह में पहले ही रद्द कर दी गई परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के बाद एसआईटी ने उम्मीदवारों की पहचान की थी। अधिकारियों ने असामान्य रूप से उच्च अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित किया।
पिछले दो महीनों के दौरान, एसआईटी ने पाया कि सहायक अभियंता (सिविल), मंडल लेखा अधिकारी (डीएओ) और ग्रुप -1 प्रीलिम्स के प्रश्नपत्र लीक हुए थे।
पिछले सप्ताह एसआईटी ने विकाराबाद मंडल परिषद विकास अधिकारी (एमपीडीओ) के कार्यालय में काम करने वाले भगवंत और उसके भाई रवि कुमार को गिरफ्तार किया था।
अधिकारियों ने जांच के दौरान पाया कि भगवंत ने अपने भाई रवि कुमार के लिए एक आरोपी ढाक्या नायक से सहायक अभियंता (एई) परीक्षा का प्रश्नपत्र खरीदा था।
धक्या की पत्नी शिक्षिका रेणुका ने टीएसपीएससी के एक कर्मचारी और मुख्य आरोपी प्रवीण कुमार से प्रश्नपत्र प्राप्त किए थे।
उसने अपने भाई राजेश्वर नायक के लिए प्रश्नपत्र खरीदा था, जो एई परीक्षा में शामिल हुआ था। उसने ढाक्या के साथ मिलकर दूसरों को प्रश्नपत्र बेचे थे।
टीएसपीएससी घोटाला 13 मार्च को एक युवक की शिकायत के बाद सामने आया था। पुलिस ने शुरुआत में टीएसपीएससी में सहायक अनुभाग अधिकारी के रूप में काम करने वाले प्रवीण कुमार और टीएसपीएससी में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर राजशेखर रेड्डी सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कथित तौर पर आयोग के एक गोपनीय खंड में एक कंप्यूटर से कुछ परीक्षाओं के प्रश्नपत्र चुरा लिए थे और उन्हें अन्य आरोपियों को बेच दिया था।
इसके बाद एसआईटी ने अकेले महबूबनगर जिले से 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। जांचकर्ताओं ने बाद में पाया कि इस मामले के हैदराबाद, रंगारेड्डी, नागरकुर्नूल, खम्मम और नलगोंडा जिलों से भी संबंध हैं।
परीक्षा पेपर लीक मामले ने तेलंगाना में सनसनी पैदा कर दी क्योंकि विपक्षी दलों कांग्रेस और भाजपा ने राज्य में लाखों बेरोजगारों को प्रभावित करने वाले लीक के लिए बीआरएस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। विपक्ष उच्च न्यायालय के एक मौजूदा जज या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की भी मांग कर रहा है।
एसआईटी ने टीएसपीएस के अध्यक्ष जनार्दन रेड्डी, सचिव अनीता रामचंद्रन और सदस्य बी. लिंगा रेड्डी से भी पूछताछ की है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रहा है।
एसआईटी को कथित तौर पर मामले में 33.4 लाख रुपये के वित्तीय लेनदेन का पता चला है।
--आईएएनएस