तेलंगाना पेपर लीक मामले के आरोपपत्र में 1.63 करोड़ के लेनदेन का खुलासा

Update: 2023-06-09 18:52 GMT
हैदराबाद। तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों की खरीद-बिक्री के लिए 1.63 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन किया गया था. तेलंगाना पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा शुक्रवार को दायर आरोपपत्र में यह जानकारी सामने आई है. सनसनीखेज पेपर लीक मामला सामने आने के करीब तीन महीने बाद एसआईटी ने नामपल्ली क्रिमिनल कोर्ट में प्रारंभिक आरोपपत्र दायर किया. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध और एसआईटी) ए.आर. श्रीनिवास ने कहा कि अब तक मामले के संबंध में 49 आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि वर्तमान में न्यूजीलैंड में रहने वाला एक व्यक्ति अभी भी फरार है. टीएसपीएससी के सहायक सचिव सत्यनारायण ने 11 मार्च 2023 को एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद बेगम बाजार थाने में मामला दर्ज किया गया.
इस मामले को बाद में सेंट्रल क्राइम स्टेशन (सीसीएस), हैदराबाद में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां इसे फिर से दर्ज किया गया था. सीसीएस हैदराबाद में सहायक पुलिस आयुक्त (एसआईटी) पी. वेंकटेश्वरलू को जांच अधिकारी बनाया गया है और उनकी सहायता के लिए एक समर्पित टीम नियुक्त की गई थी. जांच के दौरान पता चला कि एक सहायक अनुभाग अधिकारी (एएसओ) और (पीए) टीएसपीएससी के सचिव के पीए आरोपी नंबर एक पुलिडिंडी प्रवीण कुमार और टीएसपीएससी में सिस्टम/नेटवर्क इंजीनियर के रूप में काम करने वाला आउटसोर्सिग कर्मचारी आरोपी नंबर दो अटला राजा शेखर ने साजिश रची और गोपनीय अनुभाग के कंप्यूटर तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त की, जहां विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों को संग्रहीत और संकलित किया गया था. अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ग्रुप-1 में मंडल लेखा अधिकारी (डीएओ), सहायक कार्यकारी अभियंता (एईई) और सहायक अभियंता (एई) परीक्षा के प्रश्न पत्रों को अपने पेन ड्राइव पर डाउनलोड / कॉपी किया. इसके बाद, उन्होंने इन प्रश्नपत्रों को बिचौलियों के माध्यम से कई उम्मीदवारों के साथ साझा किया ताकि अवैध लाभ कमाया जा सके.
गिरफ्तार किए गए लोगों में 16 बिचौलियों की पहचान की गई है. वे हैं - रेणुका राठौड़, लवद्यवथ धक्या, केतवथ राजेश्वर, केतवथ श्रीनिवास, केतवथ राजेंद्र नाइक, डी. थिरुपथैया, वाई. साई लौकिक, कोस्गी मैबैया, कोसगी भगवंत कुमार, कोंथम मुरलीधर रेड्डी, अकुला मनोज कुमार, कोंथम शशिधर रेड्डी, रामावथ दत्तू, पूला रवि किशोर, गुगुलोथ श्रीनू नाइक और पाओला रमेश. एसआईटी अधिकारी ने कहा कि इन आरोपियों ने सात उम्मीदवारों (आदि साईंबाबू, पोन्नारी वरुण कुमार, गुनेरेड्डी क्रांति कुमार रेड्डी, अजमीरा पृथ्वी राज, भूक्य महेश, मुदवथ प्रशांत और वदिथ्य नरेश) को एईई प्रश्न पत्र प्रदान किया. मध्यस्थों ने 13 उम्मीदवारों - कोसगी वेंकट जनार्दन, कोसगी रवि कुमार, रामावथ महेश, मुदवथ शिव कुमार, जाधव राजेश्वर, धनवथ भरत नाइक, पशिकांति रोहित कुमार, गाडे साईं मधु और लोकिनी सतीश कुमा - को एई प्रश्नपत्र प्रदान किया. डीएओ प्रश्न पत्र आठ उम्मीदवारों (येदुनुथुला साई सुष्मिता, दानमनेनी रवि तेजा, गंभीरम पुरंदर नूतन राहुल कुमार, अटला सुचरिता, श्रीमती लावद्या शांति, रायपुरम, विक्रम, रायपुरम दिव्या और बोडुपल्ली नरसिंह राव) को प्रदान किया गया था. चार आरोपी व्यक्ति टीएसपीएससी कर्मचारी हैं. इनमें पुलिदिंडी प्रवीण कुमार और अटला राजा शेखर के अलावा शमीम और दमेरा रमेश कुमार शामिल हैं. उनमें से प्रवीण कुमार, शमीम और रमेश कुमार ने ग्रुप-1 की परीक्षा दी जबकि राजा शेखर ने मध्यस्थ के रूप में काम किया. उनके अलावा एक और व्यक्ति टीएसपीएससी के एक पूर्व आउटसोसिर्ंग कर्मचारी नलगोप्पुला सुरेश को भी ग्रुप-1 का प्रश्नपत्र दिया गया था. इसके अलावा तीन उम्मीदवारों को बैटरी चालित उपकरण का उपयोग करके एईई परीक्षा के दौरान कदाचार में लिप्त होने के लिए पकड़ा गया था. एसआईटी प्रमुख श्रीनिवास ने कहा कि आरोपी व्यक्तियों की गिरफ्तारी के दौरान जब्त किए गए सभी भौतिक सबूतों को सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, रामनाथपुर भेजा गया और विशेषज्ञों की राय ली गई.
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