हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले में बढ़ रहे नशे के कारोबार के विरोध में शहर के युवा रविवार को एक मंच पर एकत्रित हुए। सभी ने नशा मुक्त हनुमानगढ़ के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। रविवार को जंक्शन हाउसिंग बोर्ड स्थित सामुदायिक भवन में शहर के विभिन्न युवाओं के समूह व संस्थाओं की बैठक हुई। बैठक में सभी संगठनों के युवाओं ने नशे के विरूद्ध आवाज को बुलंद किया। एकजुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया। इस मौके पर एडवोकेट प्रताप सिंह शेखावत ने कहा कि जिले में अवैध नशे का कारोबार चरम पर है। अधिवक्ता होने के नाते नियमित रूप से ऐसे केस देखने को मिलते है जिसमें नशे का विरोध करने वाले युवाओं पर नशा कारोबारियों द्वारा एससी/एसटी के झूठे मुकदमे भी करवाए जाते हैं।
जिससे डरकर नशे का विरोध करने वाले युवा पीछे हट जाते हैं। परन्तु आज के युवाओं की इतनी शक्ति और नशे के विरूद्ध एकजुटता देखकर हमें यकीन ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि नशे का गढ़ कहे जाने वाला हनुमानगढ़ एक दिन नशा मुक्त जरूर बनेगा। बाल कल्याण समिति सदस्य विजय सिंह चौहान, समाजसेवी सौरभ शर्मा ने कहा कि युवाओं द्वारा नशे के विरूद्ध उठाई गई बुलंद आवाज में हम सभी उनके साथ हैं। युवा संघर्ष करें और संघर्ष के मार्ग में आने वाली परेशानियों को वरिष्ठ सदस्य संभाल लेंगे। समाजसेवी अनिल सिंह राठौड़ ने कहा कि वर्तमान में निजी होटलों पर शराब, चिट्टा, मेडिकल नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। हालांकि पुलिस प्रशासन सख्त रवैया अपनाए हुए है।
उन पर कार्यवाही भी कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं का जिम्मा है कि ऐसे नशे के अवैध करोबारियों की सूचना हम पुलिस प्रशासन को मजबूती से दें। जिससे नशा कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। पहलवान ग्रुप से काला पहलवान व ईगल फाउंडेशन से प्रशांत सोनी ने कहा कि पूर्व में हनुमानगढ़ से अनेकों कुश्ती के खिलाड़ी निकलते थे। परन्तु धीरे धीरे वह स्तर गिरने लगा। वर्तमान में नशा विरूध कार्यवाही शुरू होने के बाद अब पुन: युवा कुश्ती सहित अन्य खेलों में अपना परचम लहरा रहे हैं। इस मौके पर पहलवान ग्रुप, ईगल फाउंडेशन, संकल्प फाउंडेशन, श्री श्याम मित्र मंडल, बालाजी नशा मुक्ति केंद्र, बाल कल्याण समिति सदस्य विजय सिंह चौहान, समाजसेवी बलराज दानेवालिया, पवन झुरिया, ओम सारस्वत, रतनदीप झा, सौरभ शर्मा, सुनील चाहर, सोनू सेतिया, महेश शर्मा, विशाल ओझा, प्रदीप बिस्सा, अमित लखोटिया, बजरंग राठी आदि मौजूद रहे।