डाह नदी को जिले में रखने की मांग को लेकर मुड़िया में पानी की टंकी पर चढ़े युवक-युवतियां
करौली। करौली टोडाभीम के बालघाट उपतहसील के नदी डाह के 7 गांवों को करौली जिले में ही रखने की मांग की जा रही है। जिसे लेकर मुड़िया गांव दर्जनों महिला और पुरुष पानी की टंकी पर जा चढ़े। नए जिले बनाने की घोषणा के बाद से ही ग्रामीणों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा था। अब टोडाभीम को गंगापुर में जोड़ने के बाद से विरोध और भी तेज हो गया है। हाल ही में भी मुड़िया के देवनारायण मंदिर पर लगातार कई दिनों तक धरना प्रदर्शन चला था और करौली जिले में ही रहने की पुरजोर मांग की थी।
मुड़िया गांव में पानी की टंकी पर चढ़ी महिलाएं और पुरुष मुड़िया गांव के दर्जन भर से अधिक युवा और कुछ महिलाएं गांव में पानी की टंकी पर जा बैठे और अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि हम हर हाल में ही करौली जिले में रहना चाहते हैं। सरकार को हमारे नदी डाह के सभी गांव को करौली में यथावत रखा जाए। इसी मांग को लेकर दर्जनों लोग पानी की टंकी पर जा चढ़े।
उनका कहना है कि हमे महावीर जी तहसील में जोड़ दिया जाए। जिससे हम करौली में ही रह सके। हमें जब तक करौली में नहीं मिलाया जाएगा, तब तक विरोध जारी रहेगा। वहीं, बालघाट थानाधिकारी अबजीत मीना और पटवारी मौके पर पहुंचे और थानाधिकारी ने समझाइश के प्रयास किए। मामले की जानकारी मिलते ही उपखंड अधिकारी गौरव मित्तल मौके पर पहुंचे। एसडीएम गौरव मित्तल ने कहा कि ग्रामीणों से समझाइश का पूरा प्रयास किया जा रहा है। लपावली में भी चढ़े थे पानी की टंकी पर गंगापुर जिले में शामिल नहीं करने की मांग को लेकर सोमवार को लपावली गांव के दर्जनों युवक पानी की टंकी पर चढ़े थे और यथावत करौली जिले में ही रहने की मांग पर अड़े रहे। इस बीच मौके पर उपखंड अधिकारी ने पहुंचकर समझाइश की और उसके बाद ग्रामीण नीचे उतरे।