मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा वर्ष 2023-24 के अन्तर्गत राजस्थान युवा कृषक कौशल एवं क्षमता संवर्धन घोषणा के तहत चूरू जिले के 150 युवा कृषक देश के विभिन्न राज्यों में कृषि एवं पशुपालन की नवीनतम तकनीकी के अध्ययन एवं प्रशिक्षण हेतु सात दिवसीय भ्रमण पर भिजवाये जायेंगे।
आत्मा के परियोजना निदेशक दीपक कपिला ने बताया कि भ्रमण में 40 वर्ष से कम उम्र के युवा एवं प्रगतिशील किसान जा सकेंगे। ऎसे किसान जो कम से कम 3 वर्षों से कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन या सम्बद्ध गतिविधियों इत्यादि में कार्य कर रहे हों अथवा नवाचारी कृषि या प्रसंस्करण क्षेत्र में कार्यरत हों, आवेदन कर सकते हैं। इस हेतु युवा कृषक नजदीकी ई-मित्र अथवा स्वयं के स्तर से राजकिसान साथी पोर्टल या राजकिसान सुविधा मोबाईल एप पर जनाधार के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। ऑन लाईन आवेदन के समय जमाबंदी दस्तावेज अपलोड करना आवश्यक है। युवा कृषक के स्वयं के नाम से भू-स्वामित्व नहीं होने की स्थिति में राजस्व विभाग द्वारा सक्षम स्तर से भू-स्वामित्व में नोशनल शेयर धारक प्रमाण पत्र अपलोड करने पर ऎसे कृषकों को भी पात्र माना जायेगा। राज्य सरकार के निर्देशानुसार भ्रमण ऎसे क्षेत्रों में करवाया जायेगा, जिसकी भौगोलिक एवं जलवायुविक परिस्थितियां जिले के समान हों एवं उस क्षेत्र में जल बचत एवं जल प्रबंधक तकनीकी के कार्य भी किसानों द्वारा किये गये हों ताकि उन्हें देखकर किसान अपने क्षेत्र में क्रियान्वित कर सकें। इस हेतु उन्हे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, छत्तीसगढ, पंजाब, नई दिल्ली एवं उतराखण्ड आदि राज्यों के विभिन्न सरकारी एवं निजी संस्थानों में भ्रमण करवाया जायेगा जहां अनुसंधान कार्यक्रमों, गैर संस्थाओं द्वारा कराये गये प्रमुख कार्य, हाईटेक एग्रीकल्चर, उद्यानिकी, जल का कुशल प्रबंधन, जैविक खेती, संविदा खेती, फसल कटाई उपरान्त प्रबंधन, प्रसंस्करण, पशु एवं पशुशाला प्रबंधन आदि विषयों पर कृषि एवं पशुपालन विभाग द्वारा किये गये नवाचार कार्यक्रम या अन्य कृषि से संबंधित कार्यक्रमों का अवलोकन करवाया जायेगा। परियोजना निदेशक दीपक कपिला ने समस्त युवा कृषकों से अपील की है कि इस अवसर का लाभ उठाने के लिये युवा कृषक वांछित दस्तावेजों के साथ अधिकाधिक ऑनलाईन आवेदन करें।