विधवा भाभी के साथ बड़े और छोटे भाई के साथ थे अवैध संबंध, नाबालिग और आरोपी ने किए 2 मर्डर
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डूंगरपुर। राजस्थान के आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले में बीते दिनों हुए दंपति के दोहरे हत्याकांड (Dungarpur couple murder case) में अवैध संबंधों की दिल को दहला देने वाली कहानी सामने आई है. पुलिस ने इस मामले में मृतक के छोटे भाई को गिरफ्तार और नाबालिग भतीजे को निरुद्ध किया है. डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना इलाके में हुई इस वारदात ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया. पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक और हत्या करने वाले भाई दोनों के उनके रिश्ते में लगने वाली भाभी से गलत संबंध थे. अपने अवैध रिश्तों को बनाए और बड़े भाई को रास्ते से हटाने के लिये छोटे भाई ने एक नाबालिग का सहारा लेकर दो खून कर डाले.
पुलिस ने दो दिन पहले इस मामले का खुलासा कर बड़े भाई और भाभी की हत्या के आरोप में छोटे भाई को गिरफ्तार लिया. पूछताछ में उसने नाबालिग के साथ मिलकर हत्या की वारदात करना भी कबूल कर लिया. पुलिस ने आरोपी को बाद में कोर्ट में पेश किया. वहां से उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस ने इसके साथ ही आरोपी नाबालिग को भी निरुद्ध कर कर लिया है. नाबालिग से पूछताछ के बाद उसे बाल संप्रेषण गृह भिजवा दिया गया है.
चौरासी थाना इलाके बेडसा गांव में हुई थी वारदात
सीमलवाड़ा पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वरलाल ने पूरे मामले की परतें खोलते हुए बताया कि ये वारदात बीते 14 सितंबर की रात को हुई थी. पकड़ा गया आरोपी मणिलाल भगोरा है. सीमलवाड़ा पुलिस सर्किल के चौरासी थाना इलाके के बेडसा गांव में इस वीभत्स वारदात को अंजाम दिया गया था. वहां रामा भगोरा और उसकी पत्नी आशा भगोरा की सोते हुये वीभत्स तरीके से हत्या कर दी गई थी. उनके शव उनके घर में पलंग पर पड़े मिले थे. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो उसकी शक की सुई रामा के सबसे छोटे भाई मणिलाल भगोरा पर गई.
यह चल रहा था रिश्तों में घालमेल
जांच में सामने आया कि मणिलाल और उसके बड़े भाई रामा भगोरा के परिवार की ही एक विधवा भाभी के साथ अवैध संबंध थे. मणिलाल ने अपने बड़े भाई को रास्ते से हटाने के लिये साजिश रची. उसने इस साजिश में उसी महिला के बेटे को मिला लिया जिससे उसके संबंध थे. मणिलाल ने उसे रामा के संबंधों के बारे में बताकर भड़का दिया और अपने संबंधों को छिपा गया. बाद में दोनों गत 14 सितंबर की रात को रामा और उसकी पत्नी पर तलवार से ताबड़तोड़ वार करके उनको मौत के घाट उतार दिया. लेकिन मणिलाल की यह साजिश पुलिस से छिप नहीं पाई और वह पकड़ा गया.