बेकाबू स्कूल बस खेत में गिरी, बच्चों को आयी मामूली चोटें

Update: 2023-07-08 12:11 GMT
करौली। करौली उपखंड क्षेत्र में स्कूल बस अनियंत्रित होकर खेत में उतरकर पलट गई। हालांकि गनीमत रही कि बस में 4-5 स्टूडेंट ही मौजूद थे, जिन्हें भी हल्की खरोंच आई हैं। जिससे बड़ा हादसा टल गया। इधर, ग्रामीणों का आरोप है कि पैसे बचाने के चक्कर में निजी विद्यालयों ने कम प्रशिक्षित चालक लगा रखे हैं। वहीं वाहनों की नियमित मेंटेनेंस भी नहीं की जाती। गुरुवार सुबह एक निजी विद्यालय की बस छात्रों को मकठोट गांव से लेकर आते समय अनियंत्रित होकर खेत में जा गिरी। जिसमें करीब चार- पांच बच्चों के मामूली चोटें आई हैं।
बताया जा रहा है हादसा टोडाभीम- गुढ़ाचन्द्रजी के बीच मकठोट गांव के पास हुआ। यहां तेज स्पीड होने के कारण बस अनियंत्रित होकर सड़क से पांच फीट नीचे खेत में जाकर पलट गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल वाहन में करीब तीन-चार बच्चे ही थे, जिन्हें मामूली चोटे आईं। ग्रामीणों ने बताया कि उपखंड प्रशासन व शिक्षा विभाग की अनदेखी व लापरवाही के चलते कस्बे में संचालित निजी विद्यालयों में विद्यालय संचालकों के द्वारा खटारा वाहनों का उपयोग छात्रों को लाने ले जाने के लिए बेरोकटोक किया जा रहा है।
टोडाभीम उपखंड मुख्यालय के उरदेंन गांव में आज एक शिक्षक की कार्यशैली को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक गिर्राज मीणा स्कूल तो आते हैं, लेकिन बच्चों को बिल्कुल भी नहीं पढ़ाते हैं। ना ही बच्चों की शिक्षा पर वह ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यहां से हटा दिया भी गया। लेकिन दोबारा से वह इसी स्कूल में कार्यरत हो गए। जिससे काफी रोष है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 2 साल से स्कूल का माहौल बिल्कुल खराब है। शिक्षक गिर्राज मीणा स्कूल के स्टाफ की भी बात नहीं मानते हैं। हमारे बच्चों का शिक्षा का स्तर बिल्कुल गिर चुका है। आठवीं और दसवीं बोर्ड का परिणाम भी काफी कमजोर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक गिर्राज मीणा को यहां से हटाया जाए। हम उनको वापस आने नहीं देंगे।
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