अलवर। अलवर के निकट बहादरपुर नगर पालिका क्षेत्र के बहादरपुर पट्टी गांव में बनी दादा मिरासी मजार, तिबारा व छतिरयों के बीच में नया गेट लगाने से शुरू में दो समुदाय आमने-सामने हो गए। मंगलवार दोपहर को एक पक्ष के लोगों ने कुछ सामान जला दिया था। इसके बाद विवाद बढ़ गया। पुलिस पूर्व सरपंच साहून की शिकायत पर आग लगाने वाले चार जनों को गिरफ्तार किया है। बाकी की तलाश जारी है। मामले को देखते हुए बुधवार को कलेक्टर पुखराज सेन और एसपी आनंद शर्मा मौका स्थल पर पहुंचे। वहां दोनों पक्षों से समझाइश कर यथा स्थिति के आदेश दिए हैं। हालात काबू में रखने के लिए अस्थाई पुलिस चौकी बना दी है।
पुलिस ने बताया कि 20 जून को दोपहर दो बजे के आसपास का विवाद है। पुलिस ने पूर्व सरपंच की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली। जिसके बाद चार जनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं कलेक्टर एसपी ने मौका देखा। दोनों पक्षों को बुलाकर समझाइश की है। फिलहाल दोनों पक्षों को शांत कर लिया है। मौका हालात काबू में रखने के लिए पुलिस तैनात कर दी है। आगे दोनों पक्षों के लोगों को शामिल करते हुए कमेटी बनाकर इस मामले का समाधान किया जाएगा।
सदर थाना पुलिसने बताया कि पहाड़ी बहादरपुर पट्टी पर हुई घटना के प्रमरण में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने कैलाश चंद पुत्र मूलचंद निवासी बहादरपुर, बाबूलाल पुत्र केशुराम निवासी पहाड़ी, अवतार सिंह पुत्र तखत सिंह निवासी बहस स्टैंड बहादरपुर व चेतरराम पुत्र प्रभूदयाल निवासी पट्टी पहाड़ी को गिरफ्तार किया है। पुलिस व ग्रामीणों के अनुसार वर्षों पुरानी मजार है। जहां दोनों समुदायों के लोग आते हैं। दाेनों की अपनी मान्यता है। दो महीनों से यहां मजार में नमाज पढ़ना शुरू कर दिया। एक जगह गेट लगा लिया गया। इसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया। उनका कहना था कि जैसा सालों से चलता आ रहा है वैसा ही रहने दिया जाए। अब नमाज पढ़ना सही नहीं है। दूसरी तरफ के समुदाय का कहना है कि मजार में दूसरे समुदाय भी सिंदूर लगाकर पाठ-पूजा नहीं करेंगे। पहले की तरह जो चला आ रहा है। वही होगा। इस मामले पर दोनों पक्षों से समझाइश की है। फिलहाल यथा स्थिति के आदेश है।