अजमेर। अजमेर में एक 22 साल की महिला ने अपने पीहर में 13 अगस्त की शाम जहर खा कर सुसाइड कर लिया। परिजनों ने उसे जेएलएन हॉस्पिटल पहुंचाया। इसके अगले दिन 14 अगस्त की सुबह महिला की मौत हो गई। महिला शादी के बाद से ही वह अपने पीहर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उसने अपने भाई से ससुराल पक्ष पर दहेज को लेकर परेशान करने की बात भी कही थी। इधर, पीड़िता के भाई ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। उसका कहना है कि उसके बहन के ससुर राजस्थान पुलिस में हैं। ऐसे में हो सकता है उन्हें न्याय नहीं मिले। मामला अजमेर के मांगलियावास थाना क्षेत्र का है।
मांगलियावास थानाधिकारी सुनील ताडा ने बताया कि पीसांगन निवासी रमाकांत बैरागी (29) पुत्र महावीर प्रसाद वैष्णव ने मांगलियावास थाने में शिकायत देकर बताया कि उसकी बहन सुषमा वैष्णव (22) की शादी अप्रैल में 2021 में किशनगढ़ निवासी किशन वैष्णव से हुई थी। उसकी बहन सुषमा पढ़ाई कर रही थी। ऐसे में वो पीहर में ही रहती थी। ससुराल कम ही जाती थी। लेकिन जब भी वहां गई उसे दहेज के लिए परेशान किया जाता था। पीड़ित भाई ने सुषमा के पति किशन वैष्णव, ससुर नंदकिशोर वैष्णव (48), ननद राधा (20) और उसकी सास (45) उसे दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगाया है। मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण मनीष बड़गुजर मामले की जांच कर रहे हैं।
मृतका सुषमा के भाई ने कहा कि वह 13 अगस्त की शाम भी उसे उसके पति किशन का फोन आया था और उससे दहेज की बात को लेकर परेशान किया गया था। इस दौरान करीब 25 मिनट तक किशन और उसकी ननद राधा उसे मानसिक प्रताड़ित करते रहे। इसके बाद वह अपने कमरे में चली गई। मृतका के भाई ने बताया कि किसान परिवार से होने के कारण उनके घर में कीटनाशक रखा था। बहन सुषमा ने वह पी लिया। इसके बाद जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो शाम 4.30 बजे उसे जेएलएन हॉस्पिटल अजमेर लेकर गए।