करौली। करौली उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश का एक हिस्से में रह रहे लाखों श्रद्धालुओं की मुख्य आस्था का केंद्र है करौली वाली कैलादेवी माता। श्रद्धालुओं के मुख से गूंजते कैला मैया के गूंजते जयकारे में, पैदल चल रही महिला की गोदी में उसका लाल सुहाग का जोड़ा, व्हील चेयर पर सैकड़ों किलोमीटर की पद यात्रा, माता के जयकारों से आवभगत अटूट विश्वास दिखता है। बता दें कि आगरा, किरावली, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मथुरा, इटावा, मैनपुरी, वाह, भरतपुर, रूपवास, बयाना से 10 से 15 लाख पदयात्री भरतपुर, बयाना, हिंडौन मार्ग स्टेट हाइवे से गुजरते हैं। भंडारे में चिकित्सा सुविधा के मोबाइल चार्ज पॉइंट, मिर्ची का अचार जायका बढ़ा रहा है। करौली मार्ग स्थित जय कैला मां बर्फ फैक्ट्री भंडारा (रजिस्टर्ड) जड़ी बूटी मिश्रित आयुर्वेद तेल मालिश के साथ पदयात्री के मोबाइल चार्ज की भी सुविधा है। यहां की मिर्ची अचार भी पदयात्री के जायके भी शामिल है। इसी के साथ चैत्र माह की दसवीं, ग्यारस व द्वादसी इन तीन दिन बयाना से हिंडौन 38 किलोमीटर और हिंडौन से करौली तक करीब 30 किलोमीटर तक अटूट श्रृंखला में पदयात्री लाखों की तादाद में सड़कों पर अनवरत कदम ताल बढ़ाते नजर आते है।