बाड़मेर से मोबाइल चुराने वाले चोर को पुलिस ने 3 हजार KM पीछा कर दबोचा
पूर्वी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित बाड़मेर (Barmer) जिले के चौहटन कस्बे में 19 दिन पहले एक दुकान के शटर को तोड़कर वहां से 19 लाख रुपये के मोबाइल चोरी के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है
पूर्वी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित बाड़मेर (Barmer) जिले के चौहटन कस्बे में 19 दिन पहले एक दुकान के शटर को तोड़कर वहां से 19 लाख रुपये के मोबाइल चोरी के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इसके लिये हजारों किलोमीटर की दूरी नापी. पुलिस बाड़मेर से करीब तीन हजार किलोमीटर दूर पश्चिमी बंगाल (West Bengal) के मुर्शिदाबाद जिले के एक गांव में चोरी के मोबाइल खरीने वालों तक पहुंचकर आरोपियों को धरदबोचा. पुलिस ने इस मामले में दो खरीदारों और वारदात को अंजाम देने वाले तीन चोरों को गिरफ्तार किया है.
चौहटन थानाधिकारी भुटाराम ने बताया कि कस्बे के मुख्य बाजार में 20 जुलाई की आधी रात बाद एक गाड़ी से दुकान का शटर तोड़कर उसमें रखे 11 लाख रुपये कीमत के मोबाइल, 6 लाख की एसेसरी और करीब दो लाख की नगदी चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस संबंध में दुकान मालिक खूमाराम जाट ने मामला दर्ज करवाया था. चोरी के इस मामले की जांच के लिये एएसआई सुभान अली के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी.
चोरी के तार पश्चिम बंगाल से जुड़े थे
टीम ने तकनीकी सहायता और सूचनाओं के आधार पर चोरों का पता लगाने के प्रयास शुरू किए. इस पर चोरी के तार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बेलडंगा गांव तक जुड़े हुये पाए गए. थानाप्रभारी ने बताया कि पुलिस टीम तकनीक के आधार पर चोरों को ट्रैक करते हुये बेलडंगा पहुंची. वहां पुलिस ने मोहम्मद फारुख हुसैन और निजामुल हक को मोबाइल खरीदारों के रूप में पहचान कर पकड़ लिया.
पकड़े गये तीनों आरोपी बाड़मेर के ही रहने वाले हैं
उन्होंने तीन युवकों से चोरी के मोबाइल खरीदना स्वीकार किया. इस पर पुलिस ने गोगाराम जाट निवासी लखवारा, ओमप्रकाश जाट निवासी मगने की ढाणी और भूपेंद्र कुमार जाट निवासी कौशलू को पकड़ा. ये तीनों बाड़मेर जिले के ही रहने वाले हैं. पूछताछ में उन्होंने वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया है. पुलिस पांचों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
गोगाराम जाट है इस वारदात का मास्टर माइंड
थानाप्रभारी ने बताया कि गोगाराम जाट इस चोरी का मास्टर माइंड है. उसने पहले चोर मार्केट का पता लगाया. फिर चोरी के मोबाइल लेकर बंगाल गया. वहां अलग-अलग दुकानों पर जाकर मोबाइल बेचे. उन्हें लिखकर भी दिया कि ये मोबाइल उसे गिफ्ट में मिले हैं. इसी वजह से वह बेच रहा है. मोबाइल चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को पहनाई फूल मालायें
दुकानदार ने पूर्व में आईएमईआई गलत दे दिए थे. इसके चलते पहले पीपाड़ में भी एक मोबाइल धारक से पूछताछ की गई. इसके बाद पुलिस को बंगाल का अलर्ट मिला. इस पर बाड़मेर पुलिस करीब तीन हजार किलोमीटर दूर जाकर चोरों को पकड़कर ले आई. कस्बेवासियों ने एएसआई सुभान खान और उनके सहयोगी जोगेन्द्र कुमार तथा अनोप कुमार का फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया.