बाड़े में छिपे बदमाशों ने बुजर्ग पर किया था पथराव, तीन माह से कोमा में अब हुई मौत
बांसवाड़ा। बांसवाड़ा बाड़े में छिपे बदमाशों के पथराव में घायल वृद्ध की रविवार तड़के मौत हो गई। सिर में चोट लगने के बाद बुजुर्ग तीन माह से कोमा में था, जिसका इलाज उदयपुर के पारस अस्पताल में चल रहा था। वृद्ध को एक दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी। बुजुर्ग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर पुलिस मामले में बदमाशों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी भी दर्ज कर सकती है. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम चल रहा है। मामला मोटागांव थाने का है। मृतक के भतीजे पवन कुमार ने बताया कि करीब 3 माह पूर्व बुड़ाबस्सी निवासी उसका चाचा धनराज (67) पुत्र रूपाजी बुनकर रात करीब 8 बजे अपने बाड़े में बंधे मवेशियों को देखने गया था. तभी बाड़े में छिपे दो युवकों ने उन पर पथराव कर दिया। चोट लगने से धनराज वहीं गिर पड़ा। शोर सुनकर आसपास के लोग वहां जमा हो गए। तभी कालू पुत्र प्रभरिया राठौड़ और जीतू पुत्र शंकर खड़ा बाड़े से भागते नजर आए। इसके बाद धनराज को जिला अस्पताल लाया गया। वहां से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया। तब से अब तक धनराज उदयपुर के पारस अस्पताल में भर्ती थे। सिर की हड्डी तोड़ने का ऑपरेशन भी हुआ, लेकिन वह कोमा में ही रहे। अस्पताल ने शनिवार को छुट्टी दी थी, जिनका आज तड़के निधन हो गया।
इधर, थाने के एचसी राजमल ने बताया कि घटना के बाद आरोपी के खिलाफ बुजुर्ग धनराज पर पथराव के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. अब पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। मौत का कारण स्पष्ट होने के बाद हत्या में भी मामला दर्ज किया जा सकता है। धनराज के विवाह के बाद संतान भी देर से हुई। फिलहाल एक लड़के की उम्र करीब 22 साल है, जबकि छोटी बेटी की उम्र 18 साल है। दोनों बच्चे अभी कॉलेज में पढ़ रहे हैं। धनराज घर में अकेला कमाने वाला था। ऐसे में परिवार के सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है. परिवार के सामने एक और समस्या धनराज के इलाज के लिए रिश्तेदारों से लिए गए ब्याज वाले कर्ज को चुकाने की है। परिजन के मुताबिक इलाज के दौरान करीब 18 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं।