हनुमानगढ़। राज्य सरकार के बजट 2023-24 में वन के बाहर पेड़ योजना के तहत वन क्षेत्रों के बाहर हरियाली बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों, संस्थाओं व नागरिकों के सहयोग से जिले में 12.50 लाख पौधों का वितरण किया जाएगा। आगामी पांच वर्षो में प्रति वर्ष ओरण, चारागाह, गोचर में लगाए जाने के लिए ग्राम पंचायत को 2.50 लाख पौधे, शहरी निकायों को 2 लाख पौधे और आम नागरिकों को 8 लाख पौधों का व्यक्तिगत वितरण किया जाएगा।
उप वन संरक्षक वीरेन्द्र सिंह जोरा ने बताया कि जिले में इस वर्ष गैर वन भूमियों पर 12.50 लाख पौधारोपण लक्ष्य को पूरा करने हेतु वन विभाग ने विभिन्न पौधशालाओं में मानसून सत्र के आरंभ होने से पहले पौध तैयार कर ली है । जिले में कुल 15 नर्सरियां है, जिसमें इस वर्ष नीम, देशी बबूल, खेजड़ी, शीशम, पीपल, बेर, बड़, गुलर, अमलताश, गुडहल, आंवला, सहजन आदि पौधे वितरण हेतु तैयार किए गए है। पौधों का वितरण शनिवार से शुरू किया गया है ।
ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध जोरा ने बताया कि पौधे लेने वाले व्यक्ति को अपना जन आधार कार्ड नर्सरी इंचार्ज को दिखाना होगा। व्यक्तिगत लाभार्थी को अधिकतम 200 पौधे ही दिये जाएंगे। पौधों की खरीद के लिए ऑन लाइन बुकिंग की सुविधा भी है एवं ई भुगतान भी किया जा सकता है। नर्सरीवार तथा प्रजातिवार उपलब्ध पौधों का विवरण एफएमडीएसएस पोर्टल पर उपलब्ध नर्सरी मॉडल में अपलोड किया गया है । Fmdss.forest.rajasth an.gov.in के माध्यम से संस्थाएं/व्यक्तिगत लाभार्थी जिला, नर्सरी, प्रजाति, पौधों की संख्या का चयन कर एसएसओ से लॉगिन करके ऑनलाइन ही भुगतान किया जा सकता है । ऑनलाइन जनरेट भुगतान रसीद और पहचान पत्र दिखा नर्सरी से पौधे प्राप्त किए जा सकते है।