दस्सूसर के ताराचंद कलवानिया के बेटे ने एयरक्राफ्ट बनाकर सबको किया हैरत, 5वीं पास बजरंग ने खर्च किए 15 लाख रुपये
राजस्थान के चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव दस्सूसर के ताराचंद कलवानिया के बेटे बजरंग ने एयरक्राफ्ट बनाकर सबको हैरत में डाल दिया है.
राजस्थान के चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव दस्सूसर के ताराचंद कलवानिया के बेटे बजरंग ने एयरक्राफ्ट बनाकर सबको हैरत में डाल दिया है. 5वीं पास बजरंग ने 15 लाख रुपये खर्च करके एयरक्राफ्ट बनाया है. बजरंग राजलदेसर कस्बे में मोबाइल रिपेयर का काम करता है. देशी तकनीक से टू सीटर एयरक्राफ्ट तैयार कर दिया है. एयरक्राफ्ट में जीपीएस सिस्टम भी लगाया है. हालांकि अभी इस देशी एयरक्राफ्ट की उड़ान का टेस्ट होना बाकी है. बजरंग ने देशी एयरक्राफ्ट को उड़ाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी है. यह देसी एयरक्राफ्ट पेट्रोल से उड़ेगा.
बजरंग के मन में एयरक्राफ्ट बनाने का विचार कहां से आया, इसकी किस्सा भी मजेदार है. बजरंग के मुताबिक, "मैं एक दिन जयपुर एयरपोर्ट पर प्लेन देखने गया था लेकिन वहां पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मुझे अंदर नहीं जाने दिया. मैं बहुत निराश हुआ. फिर मन में ठाना कि खुद ही एयरक्राफ्ट बनाकर उसे उड़ाऊंगा."
6 साल लग गए एयरक्राफ्ट बनाने में
अपने सपने को पूरा करने के लिए बजरंग ने अपने प्रोजेक्ट पर काम 2016 से शुरू किया. बजरंग की खुद की मोबाइल और कंप्यूटर रिपेयर की दुकान है. दुकान से जो भी कमाई हुई, उसे एयरक्राफ्ट बनाने में लगाता गया. अब यह एयरक्राफ्ट पूरी तरह से बनकर तैयार है. बस बजरंग को जिला कलक्टर से उड़ान के लिए अनुमति का इंतजार है.बजरंग का कहना है, "अगर जिला कलेक्टर से अनुमति मिल जाए तो मैं अपने देसी एयरक्राफ्ट को आराम से उड़ाकर दिखा सकता हूं. मुझे 100 फीसदी भरोसा है कि यह एयरक्राफ्ट उड़ान भरेगा. "
एयरक्राफ्ट के सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए बजरंग ने बताया, "केबिन के भीतर मैंने जीपीएस सिस्टम लगा रखा है, जो कि कंप्यूटर की तरह काम करेगा. डायरेक्शन, स्पीड मीटर और खुद से हाथों से बनाए सेंसर लगाए हैं. एयरक्राफ्ट कितनी ऊंचाई पर है, यह डिस्प्ले में दिखाई देगा."