सीकर. जिले के धोद स्थित शाहपुरा गांव के आईटीबीपी जवान सुभाष कालूराम बैरवाल उन 7 शहीदों में शामिल थे जो बस हादसे का शिकार हो गए (ITBP Bus Accident at Kashmir). उनके पिता गांव में खेती किसानी करते हैं. सुभाष का जन्म 10 जुलाई 1990 को हुआ था और वो कालूराम के सबसे बड़े पुत्र थे. सुभाष की 2012 में आईटीबीपी में तैनाती हुई.
बनने वाले थे पिता: शहीद का गांव गमजदा है. सबको रह रहकर उस अजन्मे बच्चे का ख्याल आ रहा है जो अब कभी पिता को देख नहीं पाएगा. सुभाष की पत्नी सरला आठ महीने की गर्भवती है और जल्द ही उनकी डिलीवरी होने वाली है. दोनों की शादी 2018 में हुई थी. शहादत की खबर गर्भवती सरला और बुजुर्ग मां पिता को नहीं दी गई है वहीं पूरा गांव अंतिम सुभाष के शव का इंतजार कर रहा है.
दरअसल, 16 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले के पहलगाम में सुरक्षाबलों का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. वाहन के पलट जाने से आईटीबीपी के सात जवानों की मौत हो गई थी. जबकि कई जवान जख्मी हो गए थे. इन्हें एयरलिफ्ट कर श्रीनगर आर्मी हॉस्पिटल भेजा गया था. आईटीबीपी जवानों को ले जा रही बस चंदनवाड़ी से पहलगाम जा रही थी. तभी ब्रेक फेल होने के चलते बस खाई में गिर गई. इस बस में 39 जवान सवार थे. इनमें से 37 जवान ITBP के थे, जबकि 2 जवान जम्मू कश्मीर पुलिस के थे.