राजस्थान : गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। राजू ठेहट पर गोलियां बरसाने वाले आरोपियों को पुलिस ने झुंझनू जिले के गुढा गांव से गिरफ्तार किया है। ये शूटर्स बीते करीब एक महीने से राजू ठेहट की रेकी कर रहे थे। ADG क्राइम रवि मेहरड़ा सीकर में प्रेसवार्ता कर पूरे मामले का पर्दाफाश करेंगे।
महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने बताया कि राजू ठेहट हत्याकांड के पांचों आरोपी पकड़े गए। पकड़े गए दो आरोपी मनीष जाट और विक्रम गुर्जर सीकर के रहने वाले हैं। इनके अलावा हरियाणा के भिवानी जिले के सतीश कुम्हार, जतिन मेघवाल और नवीन मेघवाल को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस से मुठभेड़ में एक आरोपी को गोली लगी है।
त्वरित ट्रायल कर दिलाई जाएगी सजा-सीएम गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि सीकर में हुए हत्याकांड के पांच आरोपियों को मय हथियार और वाहन गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी आरोपियों को त्वरित ट्रायल कर अदालत के द्वारा जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा।
150 पुलिस टीम को 24 घंटे में मिली सफलता
जानकारी के अनुसार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 150 टीम गठित की गई थी। यही कारण है कि हत्याकांड के 24 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस ऑपरेशन में डीजीपी उमेश मिश्रा पूरी रात पुलिस के आला अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में बने हुए थे। पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या इन अपराधियों के हरियाणा बॉर्डर में घुस जाने का डर था। अगर ये बॉर्डर पार करने में कामयाब हो जाते तो मुश्किल बढ़ सकती थी। हत्याकांड के तुरंत बाद पुलिस ने सीकर सहित हरियाणा बॉर्डर के पास नाकाबंदी कर दी थी। इसके साथ ही आसपास के जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया था।
बता दें कि शनिवार सुबह कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट को बदमाशों ने उसी के घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने ली थी। रोहित गोदारा ने लिखा कि उसने आनंदपाल और और बलबीर की हत्या का बदला ले लिया है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि रोहित गोदारा ने राजू ठेहत की हत्या की प्लानिंग कनाडा में बैठकर की है। राजू को मारने आए शूटर्स ने एक व्यक्ति ताराचंद को भी गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
राजू ठेहट की हत्या से आक्रोशित वीर तेजा सेना ने अनिश्चितकालीन के लिए सीकर बंद करने का एलान कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने शव उठाने से इनकार कर दिया है। राजू ठेहट और ताराचंद कड़वासरा की हत्या से आक्रोशित लोग शनिवार देर रात धरने पर बैठे रहे। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक शव नहीं उठाने की बात कही थी। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मोर्चरी के बाहर लोगों का धरना खत्म हो सकता है।
सोर्स - दैनिकदेहात
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