खुद भी कूदी पर बच गई, सभी मासूमों की मौत अपने ही हाथों से चार बच्चों को मां ने कुएं में फेंका
मृतक बच्चों की उम्र चार साल से एक साल तक है। महिला का सात साल का एक बेटा बच गया। महिला के पति का कहना है कि उसकी पत्नी ने डिप्रेशन में ऐसा कदम उठाया। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
अजमेर में पारिवारिक विवाद में एक मां चार बच्चों के साथ कुएं में कूद गई। इस घटना में चार बच्चों की मौत हो गई। वहीं मां बच गई। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से बच्चों के शव को कुएं से निकालकर मोर्चरी में रखवाया है। घटना के बाद से घर और गांव में शोक की लहर छा गई है।
मामला मांगलियावास थाना के गांव गीगलपुरा (गोला) का है। शुक्रवार रात दस बजे मोती देवी पत्नी बोदु गुर्जर (32) का परिवार में झगड़ा हो गया। जिसके बाद गुस्से में मोती देवी अपने चार बच्चों को लेकर घर से निकल गई और बलदेव राम गुर्जर के कुएं में अपने बच्चों के साथ कूद गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों बच्चों को बाहर निकलवाया लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मोतीदेवी को जिंदा बाहर निकाल लिया गया। मरने वाले बच्चों में कोमल चार साल की, रिंकू तीन साल, राजवीर दो साल और देवराज एक महीने का था। देवराज का शव कांटों में फंसा हुआ मिला। उसकी बॉडी को निकालने के लिए अजमेर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद शनिवार सुबह मासूम का शव निकाला जा सका।
जानकारी के अनुसार बोदू गुर्जर खेती करता है। इन चार बच्चों के अलावा एक बड़ा बेटा रवि (7) है, जो बच गया है। पति बोदूसिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी डिलिवरी के बाद से ही डिप्रेशन में थी। मानसिक तनाव के चलते वह बच्चों सहित कुएं में कूद गई। घटना की जानकारी लगने पर आईजी, एसपी चूनाराम जाट और एएसपी वैभव शर्मा भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।