उदयपुर। मंडावा थाने पर हमला करने वाले हिस्ट्रीशीटर रानिया के बेटों व अन्य बदमाशों ने कोटरा मुख्यालय में दिनदहाड़े एक व्यवसायी को तमंचा दिखाकर लूटपाट की. घटना रविवार शाम की है। बदमाश बाइक पर सवार होकर आए और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।
कोटरा निवासी अमीन खान पुत्र सरजूफुल खान ने कोटरा थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि उसके पास गुटखा और नमकीन की एजेंसी है. रविवार को अमीन व नौकर दीपक पुत्र मनाराम बुंबरिया निवासी कुकावास कोटरा के आसपास के गांवों में दुकानों पर सामान सप्लाई करने के लिए पिकअप लेकर गए थे. शब्बीर पुत्र शहादत खां कोटरा स्थित बॉम्बे होटल के पास दुकान पर गुटखा की बोरी उतार रहा था। इसी बीच मोटरसाइकिल पर सवार चार युवक आए, उनमें से दो बाइक के पास खड़े हो गए और दो अन्य उतरकर शब्बीर भाई की दुकान पर पहुंचे और कहा कि हमें पिकअप में बैठाकर आगे निकल जाओ।
यह कहकर उनमें से एक खटरू पुत्र रनिया निवासी कूकावास गाड़ी में बैठ गया। अमीन जब पिक-अप वाहन लेकर स्वरूपगंज रोड स्थित पेट्रोल पंप के सामने मोड़ पर पहुंचा तो तीन बदमाश पहले से ही एक मोटरसाइकिल लेकर वहां खड़े थे. उनमें से दो कार के पास आए और कहा कि कार हमें दे दो। कार देने से मना करने पर कार में बैठे खटरू ने अमीन के गले पर पट्टी रखते हुए अमीन से गाड़ी चलाने को कहा। मोटरसाइकिल पर आए झाला के बेटे रानिया ने अमीन को तमंचे से ताना मारा। इस दौरान अमीन और नौकर पिकअप से नीचे उतर गए। मौका देखकर नौकर दीपक जान बचाकर वहां से भाग निकला। अमीन से कार की चाबी लेकर झाला ने पिस्टल का दो बार ट्रिगर दबाया, लेकिन गोली नहीं चली, इसलिए अमीन भी जान बचाकर भाग गया. बाद में तीनों बदमाश उसे पिकअप वाहन में बिठाकर ले गए, कुछ दूर जाने पर वाहन सड़क से नीचे उतर गया, फिर वे वाहन छोड़कर भाग गए। जाते समय बदमाश पिकअप में रखी नकदी भी उड़ा ले गए।
विगत दिनों हिस्ट्रीशीटर रानिया पुत्र देवा, हिस्ट्रीशीटर झाला पुत्र रनिया को थाना मांडवा की टीम द्वारा गिरफ्तार करने के दौरान थानाध्यक्ष व पुलिस कर्मियों सहित अपराधी रानिया के गिरोह व उनके साथियों सहित पिस्टल, टोपीदार बंदूक, पुलिस पर चाकुओं, लाठियों का प्रयोग किया गया। और जान से मारने की नीयत से पत्थरों से हमला कर गंभीर चोटें पहुंचाने के अलावा पुलिस के हथियार छीन लिए और वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। मौके पर ही मारपीट करने वालों में रानिया व उसके पुत्र झाला उर्फ जालम चंद व खटरू व उनके साथी होमा, मुकेश, सरवन ईश्वर व रानिया की पत्नी काली व खटरू की पत्नी काली आदि करीब 30-35 लोग शामिल थे.