परंपरागत कृषि विकास योजना 2023-24 अंतर्गत शुक्रवार को 2023 को सूरतगढ स्थित नई धान मंडी व्यापार मंडल कार्यालय में किसानों को एक दिवसीय जैविक खेती प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में जगजीत सिंह संधू, कृषि अनुसंधान अधिकारी, कार्यालय संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार जिला परिषद्, श्रीगंगानगर ने किसानों को परंपरागत कृषि विकास योजना की अवधारणा व सिद्धांतों के बारे में अवगत करवाते हुए जिले में योजना के क्रियान्वन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने किसानों को जैविक खेती की विभिन्न गतिविधियों में मिलने वाले अनुदान के बारे समस्त जानकारी दी।
श्री सुशील कुमार शर्मा, सहायक निदेशक कृषि विस्तार, श्रीगंगानगर ने किसानों को जैविक खेती के पर्यावरण, स्वास्थ्य एव आर्थिक संबधी फायदों के बारे में बताया, उन्होंने किसानों को इसकी जरूरत के बारे ने बताया। नरेश कुमार, कॉलेज व्याख्याता ने किसानों को जीवामृत, बीजामृत व पंचगव्य आदि बनाने की विधि की जानकारी दी। श्री राजेंद्र सिंह, सेवानिवृत्ति सहायक कृषि अधिकारी, ने किसानों को वेस्ट डी कंपोजर एवं वर्मी दृकंपोस्ट, कंपोस्ट खाद बनाने की जानकारी दी।
श्री सुभाष जाट, कॉलेज व्याख्याता ने किसानों को जैविक बीज उत्पादन व प्रमाणीकरण की जानकारी दी। सतपाल शर्मा कृषि पर्यवेक्षक ने किसानों को कृषि अवशेषों का प्रबंधन करने की जानकारी दी। भीमराज जाखड़, सहायक कृषि अधिकारी ने मंच संचालन का कार्य किया। प्रशिक्षण में मनीष कुमार यादव सहायक कृषि अधिकारी, रोहिताश, कैलाश सहारण, पूनम कुमारी, संजय कांटिया, मंगलदीप सिंह वह सुनील कुमार शर्मा कृषि पर्यवेक्षक भी उपस्थित रहे। (फोटो सहित)