राजस्थान: कन्हैयालाल की हत्या को एक माह पूरे, परिजनों को है हत्यारों की फांसी का इंतजार
उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड को आज एक माह (kanhaiyalal murder case one month) पूरे हो गए हैं. आज ही के दिन 28 जून को दिनदहाड़े हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज अत्तारी ने दुकान में घुसकर कन्हैयालाल की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. आज एक महीने बाद बाजार भले ही फिर से खुल गए हैं लेकिन कन्हैयालाल के साथ हुई वारदात को कोई भुला नहीं सका है. उस गली और दुकान के सामने से गुजरते समय लोगों के सामने आज भी वह घटना जहन में कौंधने लगती है. हत्याकांड को लेकर आज भी परिजन और प्रदेश भर के लोगों के दिलों में आक्रोश है और वे हत्या में शामिल लोगों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं.
ईटीवी भारत आपको 28 जून के उस काले दिन की पूरी दास्तां से रूबरू करवाएगा जिसने राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है. दुनिया के खूबसूरत शहरों में से एक राजस्थान के उदयपुर के पर्यटन का देशभर में लोग कायल हैं. पिछले माह 27 जून तक उदयपुर अपनी रफ्तार में दौड़ रहा था. न तो नफरत का माहौल था और न ही दहशत का. देश-दुनिया से आए टूरिस्ट पर्यटन स्थलों पर भ्रमण कर रहे थे.
28 जून को उदयपुर के हत्याकांड ने जिले वासियों को झकझोर कर रख दिया था लेकिन 28 जून का दिन दहशत और खौफ का मंजर बयां करने वाला था. इस दिन दोपहर मे निर्मम हत्याकांड की ऐसी गूंज सुनाई दी जिसने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिए. उदयपुर का सबसे पुराने बाजार मालदास स्ट्रीट की भूत महल गली में जो हत्याकांड गठित हुआ. इस वारदात ने खौफ की ऐसी निर्मम तस्वीर पेश की जो भुलाए नहीं भूली जा सकती.
वह काली तारीख जिसने एक परिवार की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया...
कन्हैयालाल की ओर से नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट शेयर करना कई लोगों को नागवार गुजरा था. कन्हैया अपने घर से 28 जून को हंसी खुशी खाने का टिफिन लेकर निकले थे. कन्हैयालाल ने 6 दिन बाद अपनी दुकान को 28 जून को खोली थी. क्योंकि इससे पहले भी उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही थी. इस मामले को लेकर कन्हैया ने धानमंडी थाने में शिकायत दी थी. इस बीच कन्हैया के खिलाफ शिकायत देने वाले और उनके बीच पुलिस ने दोनों पक्षों की सुलह करवा दी थी.
कन्हैयालाल की दुकान में मौजूद कारीगर राजकुमार शर्मा ने बताई कहनी...
28 जून की दोपहर को कन्हैया लाल अपनी दुकान पर काम कर रहे थे. इस दौरान गौस मोहम्मद और रियाज कन्हैया की दुकान पर कुर्ते की फिटिंग कराने के लिए पहुंचे. इस दौरान कन्हैयालाल की दुकान में उनके दो कारीगर ईश्वर और राजकुमार शर्मा भी अपना काम कर रहे थे. कुर्ते का नाप देने के दौरान रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया पर अचानक धारदार हथियार से हमला करना शुरू कर दिया. इस वारदात को अंजाम देने के दौरान हत्यारों ने इसका वीडियो भी अपने मोबाइल में कैद किया. इस बीच कन्हैया को बचाने आए ईश्वर पर भी हत्यारों ने हमला किया जिससे उसे गंभीर चोट आई. आनन-फानन में राजकुमार शर्मा तुरंत ईश्वर को लेकर हॉस्पिटल दौड़े लेकिन तब तक कन्हैया लाल की मौत हो चुकी थी.
इस जघन्य वारदात को अंजाम देकर आरोपी वर्कशॉप पहुंचे जहां से उन्होंने इस पूरी वारदात का वीडियो वायरल किया. वीडियो देखते ही देखते कुछ सेकंड मे सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे. इस घटना की सूचना जैसे ही मिली बड़ी संख्या में अलग-अलग संगठनों और व्यापार संगठन के लोग विरोध करने लगे. धीरे-धीरे उदयपुर का बाजार पर पूरी तरह से बंद होने लगा. प्रशासन को कर्फ्यू और नेट बंदी भी करनी पड़ी. हालात को सामान्य करने के लिए जयपुर से सीनियर अधिकारियों की टीम उदयपुर भेजी गई. कुछ दिनों के बाद उदयपुर धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौटने लगा. प्रशासन ने कर्फ्यू भी हटा दिया.
हत्या को अंजाम देकर अजमेर के लिए भागे..
इस वारदात को अंजाम देकर गौस मोहम्मद और रियाज उदयपुर से राजसमंद के रास्ते अजमेर जाना चाहते थे. लेकिन इस बीच पुलिस ने उन्हें भीम में ही 2 लोगों की मदद से दबोच लिया. फिलहाल इस पूरे मामले की एनआईए जांच कर रही है. इस जघन्य हत्याकांड में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं दर्जनों लोगों को एनआईए डिटेन कर पूछताछ कर चुकी है. कन्हैयालाल के हत्यारे सलाखों के पीछे हैं.
आज भी एक परिवार हत्यारों की सजा का इंतजार कर रहा...
हत्यारों ने कन्हैया लाल साहू की बेरहमी से हत्या कर दी जिससे हंसते-खेलते परिवार में मातम पसर गया. कन्हैया की पत्नी और बेटे और बूढ़ी मां, बहन भाई आज भी इन हत्यारों की फांसी की सजा का इंतजार मिलने का इंतजार कर रहे हैं.
Source: etvbharat.com