जोधपुर। जोधपुर पुलिस ने दो दिन पहले बुधवार को जोधपुर शहर में दिनदहाड़े फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. इधर, इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों और व्यापारियों में इस बात का डर बैठ गया है कि कहीं ऐसी घटना दोबारा न हो जाए। इसको लेकर शुक्रवार को जोधपुर पुलिस द्वारा बदमाशों का सिर मुंडवाकर जुलूस निकाला गया। करीब 1 घंटे तक पुलिस बदमाशों को बीच सड़क पर लेकर पूरे थाना क्षेत्र में घूमती रही। दरअसल जोधपुर के माता का थान इलाके में बुधवार को बजरी को लेकर गैंगवार हुई थी। इस दौरान बदमाशों ने पहले स्कॉर्पियो गाड़ी को डंपर से टक्कर मारी और चालक के ऊपर से चढ़ाने का प्रयास किया। लेकिन, जब कार सवार शिकारगढ़ के खटियासनी हाल निवासी ओमाराम रेलिया भागने लगा तो पिकअप से पीछा कर उसे पकड़ लिया और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
इसके बाद दिनदहाड़े फायरिंग की गई। करीब 15 से 20 मिनट तक चली इस घटना के बाद आरोपी राकेश, मालाराम और सागर विश्नोई भाग गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जाम लगा दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस पर पुलिस ने बुधवार को ही राकेश और मालाराम को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद शुक्रवार को राकेश व मालाराम को लेकर पुलिस पहुंची। यहां दोनों के सिर मुंडवाए गए और करीब डेढ़ किलोमीटर इलाके में उनकी परेड कराई गई। जब पुलिस इन बदमाशों को इस हालत में लेकर पहुंची तो लोग भी हैरान रह गए। उन्होंने पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाए। दोनों बदमाशों के सिर मुंडवा दिए गए और कार में बिठाने की बजाय पैदल ही थाने ले जाया गया। इससे पहले उन्हें पूरे थाना क्षेत्र का घेराव किया गया।
पुलिस घटना स्थल पर उसी हालत में पहुंचकर उसका सत्यापन करवा रही है। बदमाशों की ऐसी हालत देखकर जब स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने बदमाशों से पूछा कि अब उन्हें शर्म आ रही है तो दोनों का सिर शर्म से झुक गया। दरअसल, यह गैंगवार बजरी को लेकर हुई थी। फितकसनी निवासी हिस्ट्रीशीटर सागर बिश्नोई और उसके साथियों ने ओमाराम पर हमला कर दिया। दोनों के बीच काफी दिनों से रंजिश चल रही थी। इससे दोनों आमने-सामने हो गए। सागर और उसके समर्थकों ने एसयूवी में सवार ओमाराम को मारने की कोशिश की। इस मामले में सागर अभी फरार है।