बचाव उपचार से बेहतर, लोगों को करें जागरूक-संभागीय आयुक्त चारों जिलों में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की
संभागीय आयुक्त डॉ प्रतिभा सिंह ने मंगलवार को अपने कार्यालय में संभाग के चारों जिलों में मौसमी बीमारियों की रोकथाम गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक में संयुक्त निदेशक डॉ सतीष खण्डेलवाल सहित कोटा, बारां, बून्दी व झालावाड़ के सीएमएचओ व डिप्टी सीएमएचओ हैल्थ मौजूद रहे।
संभागीय आयुक्त डॉ प्रतिभा सिंह ने कहा कि बचाव उपचार से बेहतर है इसलिए लोगों को बचाव के प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने डेंगू, मलेरिया, चिगनगुनिया, स्क्रब टाइफस, स्वाइन फ्लू आदि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए अक्टूबर माह तक सजग और सचेत रहने और मोबाईल टीमों को सक्रिय रखने के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने मौसमी बीमारियों से बचाव और सोर्स रिडक्शन के प्रति जागरूकता के लिए होर्डिंग, पोस्टर, बैनर, पम्फलेट के माध्यम से आमजन में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए। इसमें आशा सहयोगनियों की मदद लेने और विभिन्न कार्यक्रमों में जागरूकता के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिए जाने और स्वच्छता अभियान के माध्यम से भी विद्यार्थियों को जागरूक करने की बात कही।
संभागीय आयुक्त ने अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के उपचार संबधी दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चत करने के भी निर्देश दिए। जिलों में चल रही एंटी लार्वा, सोर्स रिडक्शन, फोगिंग, ब्लड स्लाइड कलेक्शन आदि गतिविधियों के बारे में जिलेवार जानकारी लेकर प्रभावी गतिविधियां सुनिश्चत करने के निर्देश दिए।
संयुक्त निदेशक डॉ सतीष खण्डेलवाल ने चारों जिलों में डोर-टू-डोर सर्वे व मौसमी बीमारियों की रोकथाम गतिविधियों की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में कोटा सीएमएचओ डॉ जगदीश सोनी ने बताया कि मौसमी बीमारियों को नियंत्रण में रखने के लिए सोर्स रिडक्शन पर फोकस किया जाना जरूरी है। घरों में कूलर, टंकियों एवं अन्य जल संग्रहण वाले जल पात्रों की सप्ताह में एक बार रगड़कर साफ-सफाई करना जरूरी है। इससे मच्छरों के अण्डे लार्वा बनने से पूर्व ही खत्म हो जाएंगे। डिप्टी सीएमएचओ हैल्थ डॉ घनश्याम मीना ने बताया कि पोस्टर स्टिकर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही चिकित्सा संस्थानों को उपचार गाइडलाइन की पालना ने भी अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में दोनों नगर निगम से माइक्रो प्लान अनुसार फॉगिंग करवाई जा रही है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में नगर पालिका व ब्लॉक स्तर से फोगिंग करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि हर रविवार जन समुदाय में और हर सोमवार सरकारी कार्यालयो में सूखा दिवस मनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
बैठक में चारों जिलों के सीएमएचओ ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम व जागरूकता गतिविधियों के बारे में बताया। सभी ने अपने अपने जिलों में कन्ट्रोल रूम की स्थापना, रेपिड रिस्पोंस टीम के गठन किए जाने की जानकारी दी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मौसमी बीमारियां नियंत्रण में होना बताया। ब्लड स्लाइड कलेक्शन भी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा किए जाने की जानकारी दी गई।