बीकानेर। बीकानेर में 16 दिसंबर को फायरिंग कर फरार हुए 3 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फायरिंग करने के बाद ये चारों युवक बीकानेर से फरार हो गए। ये चारों जहां भी जाते पुलिस की निगरानी में रहते थे। पुलिस उनके पीछे नहीं भाग रही थी, लेकिन साइबर थाना पुलिस हर समय उनकी लोकेशन पर नजर रखे हुए थी. आखिरकार थक हारकर वे बीकानेर आ गए, जहां उन्हें आसानी से पकड़ लिया गया।
दरअसल बीकानेर के गंगा नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले इमरान भाटी ने प्राथमिकी दी थी कि उन पर भवानी सिंह व तीन चार अन्य लोगों ने हमला किया. इस दौरान फायरिंग भी की गई लेकिन इमरान व उसका साथी पवन बाल-बाल बच गए। इस आक्रमण के बाद भवानी सिंह बीकानेर से भागकर नागौर पहुँच गया, जहाँ से वह मेड़ता चला गया। मेड़ता से मुंबई गया था। जहां एक होटल में कुछ दिन रुके थे। मुंबई से दिल्ली गए, यहां भी होटल में रुके। तब तक पॉकेट मनी खत्म हो चुकी थी। जब उन्हें पुलिस की कोई खास कार्रवाई नजर नहीं आई तो वे बीकानेर आ गए। उन्हें नहीं पता था कि साइबर पुलिस उन पर नजर रख रही है। पुलिस भवानी सिंह और उसके दो साथियों शक्ति सिंह और करण सिंह के मोबाइलों पर पैनी नजर रख रही थी. क्या उन्हें मोबाइल ट्रैकिंग से पता चला कि वह कहां है? तीनों को पुलिस ने रविवार को कोटगेट पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया और अब सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा.