नागौर। नागौर शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की चिकित्सालय में भीड़ उमड़ने लगी है। दिन में भीषण गर्मी व उमस के साथ कभी चिलचिलाती धूप तो कभी बादलों की छांव तथा रात के समय हवाएं चलने से दिन में कई बार मौसम करवट बदलता रहता है। इससे लोगों में पेट दर्द, जी मिचलना, घबराहट, उल्टी दस्त, बदन व सिर दर्द सहित मौसमी बीमारियां पांव पसारने लगी है। शहर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व निजी क्लिनिकों व बुटाटी के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित ग्रामीण चिकित्सा केंद्रों में मरीजों की भीड़ से अस्पतालों की ओपीडी बढ़ रही है। आई फ्ल्यू का कहर शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में आई फ्ल्यू का प्रकोप बढ़ रहा है। मासूमों से लेकर स्कूली बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों तक में आई फ्ल्यू फैल रहा है। वायरल बीमारी होने से यह एक दूसरे में तेजी से फैल रही है। अस्पतालों में आई फ्ल्यू के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है।
राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम अवतार जाखड़, डॉ. राजकुमार अधिकारी, डॉ. रामप्रकाश भाकर, डॉ. रिछपाल सिंह, नमन कुमार खंडेलवाल ने शहर में बढ़ते आई फ्ल्यू से बचाव के लिए भीड़ व प्रभावित क्षेत्र में जाने से बचने, मरीज को दो तीन दिन घर पर ही रोककर उपचार देने तथा सावधानी बरतने का आह्वान किया। उन्होंने बताया की आई फ्ल्यू एक वायरल बीमारी है तथा प्रभावित क्षेत्र में 10 से 15 दिन इसका अधिक असर रहता है। आई फ्ल्यू के कहर और मौसमी बीमारियों के चलते शहर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ओ पी डी 400 पार निकल गई है। सीएचसी पर पिछले तीन दिन से लगातार 400 के करीब ओपीडी चल रही है। ओ पीडी बढ़ने से सी एच सी के पर्ची काउंटर, ओ पी डी व दवा वितरण कक्ष पर भीड़ उमड़ने लगी है। बदलते मौसम में क्षेत्र में आई फ्ल्यू बढ़ रहा है। यह संक्रमण है जो मरीज से सामान्य लोगों में फेल जाता है। आमजन को सावधानी बरतनी चाहिए। क्षेत्रवासी मौसमी बीमारियों से सावधान रहें और भीड़ भाड़ में जाने से बचें।