राजस्थान में हनुमानगढ़ के जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अजयसिंह ने 50 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगने पर पल्लू थाना में पदस्थापित हवलदार शंकरलाल शर्मा को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक विगत 4 नवंबर को पल्लू थाना में एक लड़ाई-झगड़े का प्रकरण दर्ज हुआ था,जिसकी जांच हवलदार चंद्रसेन को सौंपी गई। इस झगड़े में एक युवक के एक हाथ की अंगुली कट गई थी। इंजरी रिपोर्ट प्राप्त होने पर पुलिस ने प्रकरण में धारा 325 लगा दी और आरोपी को वक्ती तौर पर शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में धारा 151 में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक झगड़ा करने वाले दोनों पक्षों में बाद में कथित रूप से राजीनामा की हो गया, मगर जांच अधिकारी ने राजीनामा मानने से इंकार कर दिया। इसी बात को लेकर कल शाम को कुछ लोग हनुमानगढ़ जाकर पुलिस अधीक्षक से मिले और आरोप लगाया कि हवलदार शंकरलाल शर्मा द्वारा इस मामले में 50 हजार रुपए की मांग की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक मारपीट के इस मामले की जांच बेशक हवलदार चंद्रसेन द्वारा की जा रही है, लेकिन इस प्रकरण की तमाम लिखा पढ़ी और केस डायरी का काम रीडर के रूप में हवलदार शंकरलाल शर्मा द्वारा किया जा रहा था।शंकरलाल पर रुपए मांगे जाने का आरोप लगने पर पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लिया। तत्काल ही लिखित आदेश जारी कर शंकरलाल को लाइन हाजिर कर दिया।