अब एक क्लिक पर डॉक्टर के सामने होगी मरीज की हिस्ट्री

Update: 2022-09-19 11:48 GMT

जयपुर। प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल एसएमएस (SMS Hospital) भी इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा गया है। आईएचएमएस सॉफ्टवेयर (IHMS Software) शुरू करते हुए मरीजों का डेटा जोड़ा जा रहा है। मरीजों की जन आधार कार्ड (Jan Aadhar Card) के नंबर फीड करते हुए मरीज की पूरी जानकारी एक साथ फीड हो रही है। पहले दिन करीब 2 हजार मरीजों का डेटा फीड किया गया। 25 सितंबर तक ट्रायल पर चल रहा है, जो खामियां आएगी उन्हें दूर करते हुए आईएचएमएस सॉफ्टवेयर (IHMS Software) में बदलाव किया जा रहा है। ट्रायल सफल रहा तो 2 अक्टूबर को सुचारू रूप से शुरू किया जाएगा। अब तक एसएमएस अस्पताल में 14 वर्ष पुराने आरोग्य ऑनलाइन सॉफ्टवेयर को मरीजों के दबाव को देखते हुए बदला जा रहा है।

मरीज का कतार में लगने वाला समय बचेगा

राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग और डीओआईटी द्वारा इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम (Integrated Health Management System) तैयार किया गया है। अब एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में शुरू किया जा रहा है। एसएमएस के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने बताया कि अभी ट्रायल बेस पर नए सर्वर को शुरू कर दिया गया है। मरीज कहीं से भी रैफर होकर आए या जनाधार कार्ड लेकर आएगा तो उसके स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी एक क्लिक पर सामने होगी। इससे मरीज के कतार में लगने वाले समय में बचत होगी।

ड्राई रन में लाइव डाटा फीड

एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में आरोग्य ऑनलाइन पर काम करते हुए आईएचएमएस का ड्राई रन शुरू किया गया है। अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. अनिल दुबे ने बताया कि ओपीडी, आईपीडी, जांच लैब सहित सभी जगह मरीजों का डेटा लेकर आईएचएमएस से जोड़कर देखा जा रहा है। जो मरीज जन आधार कार्ड से एं ट्री करवा रहे हैं, उनकी पूरी जानकारी एक साथ फीड हो रही है।

ऑनलाइन डेटा से होगा इलाज

ड्राई रन के बाद एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में ओपीडी और आईपीडी में भी मरीजों का इलाज ऑन लाइन रिपोर्ट देखकर किया जा सके गा। डॉ. दुबे ने बताया कि आईएचएमएस लाने का काम ओहम कम्पनी कर रही है।डीओआईटी की मदद से एसएमएस में डॉक्टर्स के ओपीडी चैंबर, आईपीडी और अन्य स्थानों पर सिस्टम लगाए जाएं गे।

जयपुर। प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल एसएमएस (SMS Hospital) भी इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा गया है। आईएचएमएस सॉफ्टवेयर (IHMS Software) शुरू करते हुए मरीजों का डेटा जोड़ा जा रहा है। मरीजों की जन आधार कार्ड (Jan Aadhar Card) के नंबर फीड करते हुए मरीज की पूरी जानकारी एक साथ फीड हो रही है। पहले दिन करीब 2 हजार मरीजों का डेटा फीड किया गया। 25 सितंबर तक ट्रायल पर चल रहा है, जो खामियां आएगी उन्हें दूर करते हुए आईएचएमएस सॉफ्टवेयर (IHMS Software) में बदलाव किया जा रहा है। ट्रायल सफल रहा तो 2 अक्टूबर को सुचारू रूप से शुरू किया जाएगा। अब तक एसएमएस अस्पताल में 14 वर्ष पुराने आरोग्य ऑनलाइन सॉफ्टवेयर को मरीजों के दबाव को देखते हुए बदला जा रहा है।

मरीज का कतार में लगने वाला समय बचेगा

राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग और डीओआईटी द्वारा इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम (Integrated Health Management System) तैयार किया गया है। अब एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में शुरू किया जा रहा है। एसएमएस के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने बताया कि अभी ट्रायल बेस पर नए सर्वर को शुरू कर दिया गया है। मरीज कहीं से भी रैफर होकर आए या जनाधार कार्ड लेकर आएगा तो उसके स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी एक क्लिक पर सामने होगी। इससे मरीज के कतार में लगने वाले समय में बचत होगी।

ड्राई रन में लाइव डाटा फीड

एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में आरोग्य ऑनलाइन पर काम करते हुए आईएचएमएस का ड्राई रन शुरू किया गया है। अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. अनिल दुबे ने बताया कि ओपीडी, आईपीडी, जांच लैब सहित सभी जगह मरीजों का डेटा लेकर आईएचएमएस से जोड़कर देखा जा रहा है। जो मरीज जन आधार कार्ड से एं ट्री करवा रहे हैं, उनकी पूरी जानकारी एक साथ फीड हो रही है।

ऑनलाइन डेटा से होगा इलाज

ड्राई रन के बाद एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में ओपीडी और आईपीडी में भी मरीजों का इलाज ऑन लाइन रिपोर्ट देखकर किया जा सके गा। डॉ. दुबे ने बताया कि आईएचएमएस लाने का काम ओहम कम्पनी कर रही है।डीओआईटी की मदद से एसएमएस में डॉक्टर्स के ओपीडी चैंबर, आईपीडी और अन्य स्थानों पर सिस्टम लगाए जाएं गे।

न्यूज़क्रेडिट: sachbedhadak

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