बांसवाड़ा। बांसवाड़ा शहर में आरयूआईडीपी के सीवरेज लाइन का काम शुरू होने से पहले लोगों की सुरक्षा और सावधानी के खूब दावे किए गए। पर, कार्य शुरू होने के बाद इसमें गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। इसके चलते खुदाई के दौरान गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। मिट्टी के धंसने से वहां काम कर रहे दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। इनका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस पूरे मामले में सीवरेज लाइन बिछाने के बाद काम करने वाले ठेकेदार फर्म की तरफ से गंभीर लापरवाही सामने आई है।
यहां पर काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। शहर के साबेला बाइपास के निकट स्थित एलआईसी ऑफिस के पास वाली गली में सीवरेज लाइन डालने के लिए सड़क खोदी गई है। गुरुवार को धुवालिया निवासी भगवान पुत्र भैरा अहारी एवं वागदरी निवासी धुलेश्वर पुत्र न्यायचंद डामोर काम कर रहे थे। इस दौरान सड़क की मिट्टी धंसने से दोनों मजदूर चपेट में आ गए। अन्य मजदूरों ने मिट्टी हटा कर दोनों को बाहर निकाला। भगवान अहारी के दोनो और धुलेश्वर का एक पैर फ्रैक्चर हो गया। सीवरेज लाइन की खुदाई के काम के बाद शहर में हालत ज्यादा खराब दिख रहे हैं। सीवरेज लाइन बिछाने के बाद ठेकेदार पैकिंग के बाद शेष बची मिट़्टी को मौके पर ही छोड़ रहा है। कंपनी के मजदूर गड्ढों को मिट्टी से भर कर चले जाते है।
थोड़े समय बाद ही मिट्टी घंस जाती है। शहर में पिछले दस दिनों में करीब 23 वाहनचालक इन गड्ढों से जख्मी हो चुके हैं। इससे डूंगरपुर की स्वच्छ छवि भी खराब होने लगी है।हादसे के बाद जब मौके पर पड़ताल की तो सामने आया है कि ठेकेदार की ओर से इन यहां पर काम करने वाले मजदूरों को कोई भी सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराया गया। इतना ही नहीं पूरा काम केवल मजदूरों के भरोसे छोड़ दिया। जबकि एक तकनीकी इंचार्ज मौके पर होना चाहिए। डूंगरपुर शहर वासियों को पेयजल और सीवरेज की समस्या से स्थाई निजात दिलाने के लिए राजस्थान शहरी आधारभूत विकास परियोजना की ओर से 210.81 करोड़ रुपए की लागत के प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई। घायल भगवान ^सीवरेज के कार्य में लापरवाही की लगातार शिकायतें आ रही है। मिट्टी धंसने से दो मजदूरों के जख्मी होने का मामला सामने आ चुका है। कार्य के दौरान गंभीर लापरवाही है। इस मामले में कंपनी को नोटिस दिया जाएगा।