कोटा। कोटा के सुकेत इलाके से 26 मार्च को घर से निकली नाबालिग लड़की ने अपने दोस्त के साथ मंदिर में शादी कर ली। वह कोटा में किराये से कमरा लेकर रहने लगे। बालिका को पुलिस ने दस्तयाब किया है। बालिका गृह में उसे आश्रय दिलवाया गया है। बाल कल्याण समिति के रोस्टर सदस्य अरुण भार्गव ने बताया कि बालिका की उम्र पंद्रह साल है। 26 मार्च को यह बालिका जुल्मी इलाके से अपने एक दोस्त के साथ सुबह 6 बजे मोटरसाइकिल पर बैठकर कोटा के लिए रवाना हुई थी। बालिका के गायब होने पर घरवालों ने तलाश की और जब उसका कुछ पता नही लगा तो उन्होंने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया। 28 मार्च को सुकेत थाने में बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। जिसे कोटा से पुलिस ने दस्तयाब किया है। काउसलिंग में बालिका ने बताया कि उसके लड़के के साथ दोस्ती हो गई थी। इसी के चलते वह उसके साथ घर छोड़कर आ गई। दरा में एक मंदिर में दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद कोटा आकर किराये से रहने लगे। लड़का कोटा में एक हॉस्टल में खाना बनाने का काम कर रहा था। फिलहाल बालिका को बालिका गृह में भिजवाया है उसने घर जाने से इनकार कर दिया।
इधर कोटा आरपीएफ ने ट्रेन से एक नाबालिग को रेस्क्यू किया है। जो घर छोड़कर ट्रेन में सवार हो गई थी। बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक परियोजना अधिकारी रेखा कुमारी व मोहम्मद दिलशाद ने बताया कि आरपीएफ से बालिका मिलने की जानकारी पर मौके पर पहुंचे। जहां सामने आया कि बालिका दिल्ली की रहने वाली है जो कि माता पिता की डांट के चलते घर छोड़कर निकल गई। इसके बाद वह स्टेशन पहुंची जहां कोच्चि जाने वाली ट्रेन में बैठ गई। रास्ते में टीटी ने टिकट मांगा तो बालिका घबरा गई। इसके बाद शक होने पर उसे कोटा में आरपीएफ के सुपुर्द किया गया।