डूंगरपुर। राजस्थान मां-बड़ी शिक्षा सहयोग संघ की ओर से रविवार को शहर के नवामहादेव मंदिर में हुई जिला बैठक में सोमवार से कार्य बहिष्कार कर परियोजना कार्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया है. बैठक जिलाध्यक्ष गटूलाल गमेती की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जिलेभर से शिक्षा सहयोगी मौजूद रहे। सभी शिक्षा साथियों ने अपने विचार रखे। जिले के सभी प्रखंडों में शिक्षा सहयोगी अपनी मांगों को लेकर कलमबंद हड़ताल कर रहे थे, जिसे जारी रखते हुए 31 जुलाई से जिला परियोजना कार्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया है। बैठक में प्रदेशाध्यक्ष चंदूलाल अहारी ने कहा कि राजस्थान सरकार ने प्रदेश की मातृ-गृहस्थी शिक्षा सहयोगियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। सरकार को उनकी मांगों पर पुनर्विचार करते हुए आदिवासी विकास विभाग में मा-वाड़ी एवं डे-केयर योजना में कार्यरत कार्मिकों को अलग कैडर निर्धारित कर स्थाई करना चाहिए। बैठक में सागवाड़ा, गलियाकोट, चिखली, सीमलवाड़ा, झौंथरी, बिछीवाड़ा, दोवड़ा, डूंगरपुर, आसपुर, सागवाड़ा ब्लॉक के अध्यक्ष एवं सभी शिक्षा सहयोगी उपस्थित रहे।